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मऊगंज में शहीद ASI पंचतत्व में विलीन, सतना के पवैया गांव में राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, पढ़े क्या है पूरा मामला

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सतना। विंध्य क्षेत्र के मऊगंज जिले में शनिवार को हुए हिंसक बवाल में जान गंवाने वाले एएसआई का रविवार को पंच तत्व में विलीन हो गए हैं। शहीद एएसआई रामचरण गौतम का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ सतना जिले के पवैया गावं में किया गया। इससे पहले शव यात्रा निकाली गई। शव यात्रा में राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, सतना कलेक्टर सतीश कुमार एस, सतना पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता समेत जिले के आला अधिकारी समेत पूरा गांव शामिल हुआ और शहीद को नम आंखों से विदाई दी।

बता दें कि मऊगंज में हुई हिंसा के दौरान एसएएफ के सहायक उप-निरीक्षक रामचरण गौतम उपद्रवियों के हमले में शहीद हो गए। शहीद एएसआई सतना जिले के पवैया गांव के रहने वाले थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि रामचरण गौतम अपने परिवार के एकमात्र सहारा थे। उनके परिवार में पत्नी और तीन बेटे हैं। उनकी शहादत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर है। दरअसल, शनिवार को मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में जमकर हंगामा हुआ। शनि द्विवेदी नाम के युवक को आदिवासी परिवार के लोगों ने बंधक बनाकर जमकर मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गई।

आदिवासियों ने पुलिस टीम पर बरसाए थे पत्थर
पुलिस को जब इस बात की जानकारी हुई तो पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। जिसके बाद आदिवासियों ने पुलिस बल सहित तहसीलदार पर भी हमला कर दिया और जमकर पत्थर बरसाए और उन्हें भी बंधक बनाकर उनके साथ भी मारपीट की गई। इस घटना में जहां एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई। वहीं तहसीलदार कुवारे लाल पनिका सहित 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस घटना में एक एएसआई और तहसीलदार बुरी तरह से घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील है। यहां पर काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।

पुलिस स्थिति का नहीं कर पाई सही आकलन: शहीद के भाई
शहीद एएसआई के बड़े बेटे सुनील गौतम और परिजन उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। शहीद एएसआई के बड़े भाई रामजी गौतम का कहना है कि पुलिस स्थिति का सही आकलन नहीं कर पाई। रामचरण गौतम 1984 में पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। वे वर्तमान में रीवा जिले के शाहपुर में पदस्थ थे। हिंसा के दौरान उनकी ड्यूटी मऊगंज में लगी थी, जहां उपद्रवियों के हमले में वे शहीद हो गए। उनकी पार्थिव देह रविवार को उनके गृह ग्राम पवैया पहुंचेगी।

अब तक 6 आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
रीवा रेंज के आईजी साकेत प्रकाश पांडेय और संभागायुक्त बी एस जामोद भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इस घटना में शामिल 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। मृतक सनी द्विवेदी के परिवार के लोग काफी आक्रोशित थे और शव का अंतिम संस्कार नहीं कर रहे थे। परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग पर अड़े थे। पुलिस के आला अधिकारियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर उन्हें समझाइश दी, जिसके बाद परिजन मान गए।

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