उज्जैन। भगवान भोलेनाथ के भक्तों को हर साल महाशिवरात्रि का बेसब्री से इंतजार रहता है। लेकिन इस साल का इंतजार कल बुधवार को खत्म हो जाएगा। ऐसा इसलिए की बुधवार को महाशिवरात्रि का पर्व है। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर शिव भक्तों में खासा उत्साह दिखाई दे रही है। यही नहीं, विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर और भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में शिवरात्रि की तैयारियां जोरों पर चल रही है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में महाशिवरा पर्व को मनाने की व्यापक स्तर की गई हैं। 26 फरवरी 2025 की रात्रि 11 बजे से सम्पूर्ण रात्रि के साथ ही 27 फरवरी प्रात: 6 बजे तक भगवान श्री महाकालेश्वर जी का महाअभिषेक पूजन चलेगा। यानि श्री महाकालेश्वर भगवान के पट दर्शन हेतु लगभग 44 घंटे खुले रहेगे।
बता दें कि सनातन धर्म परंपरा में जिस प्रकार शक्ति की आराधना के लिए देवी मंदिरों में नवरात्रि मनाई जाती है, उसी प्रकार उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में शिव नवरात्रि मनाई जाती है। बारह ज्योतिलिंर्गों में एकमात्र श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में ही शिव नवरात्रि उत्साह पूर्वक मनाई जाती है। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि का यह उत्सव फाल्गुन कृष्ण पंचमी 17 फरवरी से प्रारम्भ हो गया है, श्री महाशिवरात्रि महापर्व के अगले दिन तक चलेगा। ज्ञात हो कि हर साल फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस दिन चारों ओर मंदिरों, शिवालयों में बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे होते हैं. भक्त भाव-विभोर होकर पूजा उपासना में लीन रहते है।
सेहरा आरती की जाएगी महाकाल की
महाशिवरात्रि पर श्री महाकालेश्वर भगवान की सेहरा आरती की जायेगी व भगवान को विभिन्न मिष्ठान्न, फल, पञ्च मेवा आदि का भोग अर्पित किये जाएंगे। 27 फरवरी 2025 को प्रात: सेहरा दर्शन के उपरांत वर्ष में एक बार दिन में 12 बजे होने वाली भस्मारती होगी। भस्मारती के बाद भोग आरती होगी व शिवनवरात्रि का पारणा किया जायेगा। 27 फरवरी को सायं पूजन, सायं आरती व शयन आरती के बाद भगवान श्री महाकालेश्वर के पट मंगल होगे।
पशपतिनाथ मंदिर में युद्ध स्तर पर की जा रहीं तैयारियां
वहीं शिवरात्रि को लेकर विश्व विख्यात भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है। पशुपतिनाथ मंदिर सहित परिसर में स्थापित अन्य मंदिरों पर आकर्षक विद्युत सज्जा की जा रही है। श्रद्धालुओं को दर्शन करने में कोई अड़चन ना हो इसके लिए बेरीकेट्स लगाए जा रहे है। मंदिर परिसर में लगे मार्बल की भी साफ सफाई की जा रही है। शिवरात्रि पर आने वाले भक्तों को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है। मंदिर परिसर में लगे दर्जनों सीसीटीवी कैमरों से शिवरात्रि पर होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी।
24 घंटे तक खुले रहेंगे मंदिर के पट
पशुपतिनाथ मंदिर के पुजारी राकेश व्यास ने बताया कि शिवरात्रि पर सुबह 4 बजे ब्रह्म मुहूर्त में भगवान पशुपतिनाथ के पर खोले जाएंगे, जिसके बाद प्रात: 5 बजे मंगला आरती की जाएगी। मंगला आरती के बाद भगवान का अभिषेक कर सुबह की आरती की जाएगी। जिसके बाद भोग के समय सुबह 11 बजे भगवान को पगड़ी पहनाकर विशेष श्रृंगार किया जाएगा व भोग लगाकर भोग आरती की जाएगी। दिन भर भक्त दर्शन करेंगे शाम व रात्रि में आरती के पश्चात रात्रि के चार पहर में अभिषेक किए जाएंगे व आरती की जाएगी।