मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को नया अध्यक्ष मिल गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं। हालांकि 2 सितंबर को इंदौर में MPCA की एजीएम में औपचारिक ऐलान होगा।
क्रिकेट प्रशासन में सिंधिया परिवार का दशकों से दबदबा रहा है और अब युवा नेतृत्व को इसकी कमान सौंपी जा रही है। विशेषज्ञ मानते हैं कि महाआर्यमन के सामने सबसे बड़ी चुनौती छोटे जिलों की प्रतिभाओं को मंच देना होगी। सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी के तौर पर उनकी ताजपोशी ऐतिहासिक मानी जा रही है। दादा माधवराव सिंधिया और पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस पद पर रह चुके हैं।
मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की कमान अब सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी संभालने जा रही है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया का अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुना जाना तय है। 30 अगस्त को नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अध्यक्ष पद के लिए केवल महाआर्यमन ने ही पर्चा दाखिल किया। ऐसे में उनका चुनाव निर्विरोध होना सुनिश्चित है।
सिंधिया परिवार के महाआर्यमन सिंधिया इस पद पर बैठने वाले सबसे युवा सदस्य होंगे। इससे पहले उनके दादा माधवराव सिंधिया और पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी MPCA के अध्यक्ष रह चुके हैं।
माधवराव के कार्यकाल में संघ ने कई बड़े आयोजन किए और प्रदेश क्रिकेट को नई पहचान दिलाई।वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रशासनिक ढांचे और आधुनिक सुविधाओं को विस्तार दिया। अब महाआर्यमन के सामने युवा नेतृत्व और नई सोच के साथ इस विरासत को आगे बढ़ाने की चुनौती होगी।
एमपीसीए की नई कार्यकारिणी का गठन भी तीन साल के लिए होना है। इसमें अन्य पदों पर भी निर्विरोध चुनाव तय है। उपाध्यक्ष पद पर विनीत सेठिया, सचिव पद पर सुधीर असनानी और कोषाध्यक्ष पद पर संजय दुआ का नाम लगभग तय माना जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया में किसी अन्य प्रत्याशी ने नामांकन नहीं भरा।
महाआर्यमन लंबे समय से क्रिकेट में रुचि रखते हैं और खेल प्रशासन की बारीकियों को सीखने के लिए सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती प्रदेश के छोटे जिलों में छिपी प्रतिभाओं को सामने लाना और संसाधनों की कमी से जूझ रहे खिलाड़ियों को अवसर दिलाना होगा। खुद महाआर्यमन ने भी संकेत दिए हैं कि उनका लक्ष्य प्रदेश क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।
क्रिकेट प्रशासन में सिंधिया परिवार का दबदबा लंबे समय से रहा है। माधवराव सिंधिया से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया तक, दोनों नेताओं ने MPCA को नई दिशा दी। अब युवा नेतृत्व की यह ताजपोशी क्रिकेट और राजनीति दोनों ही क्षेत्रों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सोशल मीडिया पर महाआर्यमन को लगातार बधाइयां मिल रही हैं और क्रिकेट प्रेमियों को उनसे नई ऊर्जा और बदलाव की उम्मीद है।