मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को दिल्ली में आयोजित “इन्वेस्टमेंट अपॉर्च्युनिटीज इन पीएम मित्र पार्क” इंटरैक्टिव सेशन में कहा कि प्रदेश अब केवल मध्यप्रदेश नहीं, बल्कि “मॉडल प्रदेश” बन गया है।
उन्होंने कहा कि पीएम मित्र पार्क उद्योगों और निवेश के लिए नई उड़ान साबित होगा। कपास उत्पादन में अग्रणी मध्यप्रदेश, गुजरात के साथ मिलकर टैक्सटाइल सेक्टर को नई पहचान देने जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में कच्चे माल से लेकर उत्पादन तक की पूरी वैल्यू चेन मौजूद है। यहां मजबूत कानून व्यवस्था, बेहतर अधोसंरचना और निवेशकों की अपेक्षाओं पर खरे उतरने वाली सभी व्यवस्थाएं विकसित की जा रही हैं।
गौरतलब है कि देश में 7 पीएम मित्र पार्क बनाए जा रहे हैं। इनमें मध्यप्रदेश के धार जिले के बदनावर का पार्क सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। उम्मीद है कि इन पार्कों के जरिये 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश और लगभग 10 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संबोधन में कहा कि “मध्यप्रदेश अब निवेशकों का भरोसेमंद गंतव्य है। यह प्रदेश नहीं, बल्कि मॉडल प्रदेश बन चुका है।
पीएम मोदी के विजन से बदल रहा टैक्सटाइल सेक्टर
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर स्तर पर किसान, बाजार और परंपराओं को नई गति देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उनके मार्गदर्शन में भारत का टैक्सटाइल सेक्टर एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। प्राचीन काल से भारत कपड़ा, मसाला और आभूषण व्यापार में अग्रणी रहा है, लेकिन तकनीक की कमी ने हमारी क्षमताओं को सीमित किया। अब केंद्र सरकार ने आयात शुल्क में राहत और प्रोत्साहन योजनाओं से इस क्षेत्र को फिर से वैश्विक स्तर पर स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है। डॉ. यादव ने कहा कि पीएम मित्र पार्क युवाओं के लिए रोजगार और प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर बनेगा। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि “भले ही समय कठिन हो, लेकिन यही सही समय है निवेश का।
उद्योगपतियों को मिल सकती है खुशखबरी
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कार्यक्रम में कहा कि मंत्रालय उद्योगपतियों के सुझावों पर गंभीरता से विचार कर रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जीएसटी काउंसिल और कैबिनेट की आगामी बैठकों के बाद उद्योगों के लिए सकारात्मक फैसले आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि टैक्सटाइल सेक्टर का वैश्विक बाजार 800 अरब डॉलर का है और भारत ने 40 देशों में निर्यात बढ़ाने की योजना तैयार कर ली है। गिरिराज सिंह ने निवेशकों से कहा कि वे धार जिले के पीएम मित्र पार्क में निवेश करें। यहां की सुविधाएं और मुख्यमंत्री डॉ. यादव का प्रो-इंडस्ट्रियल रवैया निवेशकों के लिए भरोसेमंद माहौल तैयार करता है।
मप्र पहला ग्रीनफील्ड राज्य
कपड़ा मंत्रालय की सचिव नीलम शमी राव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला ग्रीनफील्ड राज्य है, जिसने पीएम मित्र पार्क के लिए भूमि आवंटन प्रक्रिया शुरू कर दी है। धार का मशहूर बाघ प्रिंट और प्रदेश की चंदेरी व महेश्वरी साड़ियां यहां की पहचान हैं। सरकार यहां क्राफ्ट विलेज स्थापित करने की योजना पर भी काम कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि लगभग 2000 करोड़ रुपये की लागत से यह पार्क विकसित किया जा रहा है। सड़क, बिजली, पानी, तकनीक और इंडस्ट्रियल हाउसिंग जैसी सुविधाएं यहां उपलब्ध कराई जाएंगी। 14 से 16 महीनों में इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि टैक्सटाइल सेक्टर में निवेश भारत के स्वर्णिम भविष्य में निवेश के बराबर है।
निवेशकों को आकर्षित कर रहा है मध्यप्रदेश
औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों की कमी नहीं है। यहां पानी और बिजली की पर्याप्त आपूर्ति है और 2030 तक ऊर्जा उत्पादन का 50% हिस्सा क्लीन एनर्जी से आएगा। उन्होंने बताया कि धार जिले में देश का सबसे बड़ा पीएम मित्र पार्क बनाया जा रहा है, जहां 52 लाख रुपये प्रति एकड़ की दर से जमीन उपलब्ध कराई जा रही है। यहां 12 मेगावॉट का सोलर स्टेशन भी बनेगा।
राज्य सरकार सिंगल विंडो सिस्टम के तहत 30 दिनों में उद्योगों को शुरू करने की सुविधा दे रही है। प्रदेश में वर्धमान जैसी बड़ी कंपनियां पहले से काम कर रही हैं। साथ ही, गारमेंट सेक्टर में प्रति श्रमिक 5 हजार रुपये प्रतिमाह की प्रोत्साहन राशि भी 10 साल तक उपलब्ध कराई जाएगी। पिछले साल प्रदेश को 5100 करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश मिला है।