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मप्र-महाराष्ट्र के बीच बनेगा ज्योतिर्लिंग सर्किट, श्रीकृष्ण पाथेय का विस्तार भी होगा महाराष्ट्र तक

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भोपाल। मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के बीच ज्योतिर्लिंग सर्किट भी बनेगा। इसमें मध्यप्रदेश के 2 और महाराष्ट्र के 3 ज्योतिर्लिंगों का नए सिरे से विकास होगा और इनके बीच हवाई, रेल व सड़क यातायात आसान बनाने के काम होंगे। सीएम डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार हुई कैबिनेट बैठक में मंत्रियों को यह जानकारी दी। इसके पहले दोनों ही राज्यों के बीच इन विषयों पर चर्चा हुई थी। इसके अलावा मप्र में विकसित किए जा रहे श्रीकृष्ण पाथेय का विस्तार अब महाराष्ट्र तक होगा। यहां भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े तीर्थ स्थल है, जिन्हें महाराष्ट्र सरकार विकसित करेगी। पहले यह पाथेय यूपी व राजस्थान से ही कनेक्ट हो रहा था।

साझी विरासत को संभालेंगे दोनों राज्य
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कैबिनेट बैठक की चर्चा में मंत्रियों से कहा कि देवी अहिल्या बाई का जन्म महाराष्ट्र में हुआ लेकिन उन्होंने महेश्वर में कुटीर उद्योगों की स्थापना कर, उस समय देश को एक दिशा दी। यहीं से महेश्वर साड़ी निर्माण को गति मिली, जिसने दुनिया भर में मध्यप्रदेश को एक पहचान दिलाई। देवी अहिल्या बाई के प्रदेश में किए काम आज भी टिकाऊपन का अहसास कराते हुए सुशासन की सीख देते हैं। बाजीराव पेशवा, तात्या टोपे, रानी लक्ष्मीबाई, अप्पाजी भोंसले जैसे महानायकों का भी दोनों ही राज्यों से नाता रहा है। ऐसे सभी महानायकों से जुड़ी साझी विरासत को सहेजने के लिए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीश से उनके मध्यप्रदेश प्रवास के दौरान चर्चा हुई, जिस पर उन्होंने खुद भी आगे बढ़ने की इच्छा जताई। कहा कि जिस तरह मध्यप्रदेश देवी अहिल्या बाई के सम्मान में इंदौर के राजवाड़ा में 20 मई को कैबिनेट करने जा रही है, ठीक उसी तरह महाराष्ट्र में उनके जन्म स्थल पर महाराष्ट्र सरकार भी कैबिनेट बैठक करेगी। इसके अलावा दोनों राज्य इन महानायकों के गौरवशाली अतीत की घटनाओं के इतिहास लेखन, दस्तावेज संकलन, डिजिटाइलिजेशन, मोढ़ी लिपि के संरक्षण का काम करेंगे।

विजन डॉक्यूमेंट पर इंदौर में होगा मंथन
सरकार विकसित मप्र के लिए तैयार किए जा रहे विजन डॉक्यूमेंट पर इंदौर में 20 मई को मंथन करेगी। सरकार इंदौर के राजवाड़ा में 20 मई को कैबिनेट बैठक के तुरंत बाद मंथन करेगी। जिसमें सीएम डॉ. मोहन यादव, दोनों उप मुख्यमंत्री और मंत्रियों के साथ मुख्य सचिव अनुराग जैन समेत विभागीय एसीएस, पीएस और सचिव शामिल होंगे। यह डॉक्यूमेंट केंद्र को भेजा जाएगा।

शेगांव के गजानन ट्रस्ट की तरह होगा महाकाल मंदिर का प्रबंधन
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कैबिनेट बैठक की चर्चा महाराष्ट्र के शेगांव स्थित गजानन मंदिर के सेवा प्रबंधन का जिक्र किया। बताया कि गजानन ट्रस्ट द्वारा इच्छुक व्यक्तियों को सेवा का प्रशिक्षण देकर स्वयं सेवकों को सेवा और प्रबंधन के कार्य में लगाया जाता है, जो कि बहुत अच्छी व्यवस्थाओं में से एक है। ऐसी ही व्यवस्था महाकाल मंदिर और यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सेवाओं के लिए लागू करने पर विचार किया जा रहा है।

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