यरूशलम। गाजा संघर्ष को खत्म करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 20 सूत्रीय एजेंडा तैयार कर लिया है। उनके इस एजेंडे पर हमास भी सहमत हो गया है। इन सबके बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने संकल्प लिया है कि जब तक सभी बंधक वापस नहीं आ जाते, इजरायल गाजा समझौते के बाकी हिस्सों पर कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने यरूशलम में आयोजित एक बैठक में ये बातें कही।
गाजा में शहीद सैनिक परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले दक्षिणपंथी ग्वुरा फोरम के सदस्यों से बातचीत में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा युद्धविराम योजना का कोई भी अन्य पहलू तब तक आगे नहीं बढ़ेगा जब तक कि सभी बंधकों की रिहाई नहीं हो जाती।
नेतन्याहू ने हमास को चेतावनी
नेतन्याहू ने वादा किया, जब तक पहला क्लॉज—सभी बंधकों की रिहाई, जीवित और मृत (यहां मतलब मृतकों के शव से है) नहीं हो जाती और सभी बंधकों को इजरायली क्षेत्र में स्थानांतरित नहीं कर दिया जाता, हम किसी अन्य क्लॉज पर आगे नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमास राष्ट्रपति ट्रंप की निर्धारित समय सीमा में बंधकों की रिहाई नहीं करता है, तो इजरायल सभी संबंधित देशों के पूर्ण समर्थन के साथ गाजा पर फिर से आक्रामक हो जाएगा।
ट्रंप निर्धारित समय से ज्यादा इंतजार करने में हिचकिचाएंगे नहीं
यरूशलम में 40 मिनट की बैठक में उन्होंने समूह से कहा, राष्ट्रपति ट्रंप का दबाव बढ़ रहा है। ट्रंप निर्धारित समय से ज्यादा इंतजार करने में हिचकिचाएंगे नहीं। इस बार, वह दृढ़ हैं। रिपोर्ट के मुताबिक नेतन्याहू ने यह भी वादा किया है कि युद्ध के बाद फिलिस्तीनी अथॉरिटी (पीए) गाजा पट्टी का संचालन नहीं करेगी। उन्होंने कहा, हमास या पीए का कोई भी प्रतिनिधि पट्टी के नियंत्रण में शामिल नहीं होगा।
नेतन्याहू के बयान पर कार्यालय ने नहीं की कोई टिप्पणी
हालांकि द टाइम्स आॅफ इजरायल ने दावा किया कि नेतन्याहू के इस बयान पर उनके कार्यालय ने कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। ट्रंप की 20-सूत्रीय योजना में निर्धारित शर्तों के अनुसार, पीए को गाजा पर फिर से शासन करने से पहले कई सुधार करने होंगे, वो भी तब जब उसे अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी हमास के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। नेतन्याहू ने इस बात पर भी जोर दिया कि गाजा के विसैन्यीकरण की जिम्मेदारी इजरायल की होगी।