इंदौर। रंगपंचमी के मौके पर देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में ऐतिहासिक गेर निकाली गई। हर तरफ रंग में सरावोर लोग ही लोग नजर आ रहे थे। इतना ही नहीं गेर में इस बार पांच लाख से अधिक लोग शामिल हुए। जो यह एक रिकार्ड है। हालांकि गेर के दौरान एक बड़ा हादसा भी हो गया है। ट्रैक्टर का पहिया एक 45 वर्षीय शख्स के पेट के ऊपर से निकल गया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस हृदय विदारक हादसे के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गेर में शामिल होने का अपना कार्यक्रम भी कैंसिल कर दिया है।
इंदौर में पिछले 75 सालों से लगातार निकलने वाली रंगपंचमी की गेर इस बार पहले से भी ज्यादा भव्य और रंगीन रही। पूरा क्षेत्र रंगों से सराबोर है। टैंकरों से रंग और पानी की बौछार कई फीट ऊपर तक की जा रही है। वहीं तोपों से गुलाल उड़ाया गया। इस आयोजन में लाखों लीटर पानी और 25 हजार किलो से ज्यादा गुलाल उड़ाया गया। राजवाड़ा और उससे जुड़े रास्तों पर लगभग 5-6 किमी के दायरे में सड़कें पूरी तरह रंगों से सराबोर हो गईं।
फाग यात्रा के साथ झांकियां भी हुई शामिल
इस पारंपरिक आयोजन में फाग यात्रा के साथ झांकियां भी शामिल की गईं। खासतौर से ब्रज की लट्ठमार होली, रासलीला और श्रीकृष्ण की झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी। गेर देखने के लिए शहर भर की छतों की बुकिंग की गई, जहां लोग तिरपाल लगाकर खड़े होकर इस भव्य आयोजन का आनंद लेते नजर आए। गेर में मंत्री तुलसी सिलावट और विधायक मालिनी गौड़ भी शामिल हुए।
गेर में दिखाई दिए अलग-अलग रंग
गेर में अलग अलग रंग दिखाई दे रहे हैं। कहीं देशभक्ति, कहीं पर राधा कृष्ण की रासलीला तो कहीं पर भोलेनाथ का डमरू दिख रहा है। हर हर महादेव, जय हनुमान और जय श्री राम के नारों से पूरी गेर गूंज रही है। टोरी कार्नर की गेर में लोगों ने खूब डांस किया। डीजे की आवाज कई किमी तक सुनाई दे रही है। गेर में शामिल होने आए लोगों पर मिसाइल से गुलाल उड़ाया जा रहा है।