मुंबई। इजराइल-ईरान के बीच जारी भीषण जंग का असर भारतीय बाजार में दिखाई देने लगा है। ऐसा ही सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भी देखने को मिला। आज भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। प्रमुख इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ही आज लाल निशान पर खुले। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 800 अंक गिरकर 81,702.52 अंक पर पहुंच गया। जबकि 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 182.85 अंक लुढककर 24,929.55 पर आ गया। वहीं रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे को गोता लगाया।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से इंफोसिस, एचसीएल टेक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड और इटरनल सबसे ज्यादा पिछड़े नजर आए। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 7,940.70 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, श्भले ही ईरान की तीन परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी बमबारी ने पश्चिम एशिया में संकट को और बढ़ा दिया है, लेकिन बाजार पर इसका प्रभाव सीमित रहने की संभावना
एशियाई बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की 225 और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट में मामूली बढ़त देखने को मिली। अधिकतर अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे।
रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे गिरा
वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के कारण सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे गिरकर 86.72 पर आ गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, डॉलर में मजबूती और कमजोर घरेलू इक्विटी बाजारों ने स्थानीय इकाई पर और दबाव डाला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.75 पर खुला और फिर 86.72 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद से 17 पैसे कम है। इससे पहले स्थानीय इकाई ने शुक्रवार को तीन दिनों की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया था और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 18 पैसे की बढ़त के साथ 86.55 पर बंद हुआ था।
शुक्रवार को शानदार तेजी के साथ बंद हुआ था बाजार
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार (20 जून 2025) शानदार तेजी के साथ बंद हुआ था। कारोबार बंद होने के समय सेंसेक्स 1,046.30 अंक उछलकर 82,408.17, एनएसई निफ्टी 319.15 अंकों की बढ़त के साथ 25,112.40 अंक पर पहुंच गया। ईरान और इजराइल के बीच भू-राजनीतिक तनाव कम होने की उम्मीद के कारण भारतीय इक्विटी बाजारों ने शुक्रवार के सत्र को उच्च स्तर पर समाप्त किया। बाजार में तीन दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला थम गया था।