नैनीताल। शांत शहर के रूप में अपनी पहचान रखने वाले नैनीताल में सांप्रदायिक तनाव हो गया है। इसकी बड़ी यह है विशेष समुदाय के एक वृद्ध व्यक्ति 12 साल की नाबालिग से रेप किया है। इस घटना की जानकारी लगते ही हिन्दूवादी संगठनों में आक्रोश फैल गया है। यही नहीं आक्रोशित हिन्दू संगठनों ने जहां वर्ग विशेष के लोगों के साथ मारपीट कर उनकी दुकानों में जमकर तोड़फोड़ की। वहीं मस्जिद भी जमकर पत्थर बरसाए हैं। साथ विरोध करने वालों की भी खूब पिटाई की है। इस दौरान पूरे शहर में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया था।
बताया जा रहा है कि उस्मान नाम के बुजुर्ग ठेकेदार पर एक बालिका से दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया तो सूचना शहर में आग की तरह फैल गई। लोगों की भीड़ मल्लीताल की सड़कों पर इकट्ठी हो गई। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मुस्लिम समाज के लोगों की दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। विरोध करने वालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। रात करीब साढ़े नौ बजे से साढ़े 12 बजे तक सड़कों पर तांडव होता रहा। इस घटना के बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जायजा लिया। शहर में अचानक विवाद की स्थिति को देखते हुए आसपास के थानों की पुलिस को नैनीताल में बुला लिया गया है, ताकि शहर में शांति व्यवस्था कायम रहे। वहीं बच्ची के साथ हुई घटना के विरोध में एकत्र हुई भीड़ जब कोतवाली पहुंची तो पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की घटना भी सामने आई। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और तत्काल कार्रवाई की मांग की।
सांप्रदायिक तनाव की स्थिति, भारी पुलिस फोर्स तैनात
शहर का माहौल खराब होने पर पूरा बाजार बंद हो गया। सांप्रदायिक तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। पकड़े गए आरोपी को अपने हवाले करने की मांग करते हुए भीड़ ने मल्लीताल कोतवाली घेर ली। लोग आरोपी को कोतवाली के लॉकअप से बाहर निकालने पर आमादा थे। उन्होंने कोतवाली के बाहर ही धरना दे दिया। इस बीच पाकिस्तान मुदार्बाद के नारे भी लगाए। कुछ लोगों ने धार्मिक स्थल के दरवाजे पर पथराव भी किया। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। बवाल के दौरान कई लोगों के घायल होने की सूचना है।
वाहन गिराए, घरों के तोड़े शीशे
उग्र भीड़ ने गाड़ी पड़ाव बाजार में खड़े वाहन गिरा दिए। वहां दुकानों के आगे रखे सामान को भी इधर-उधर फेंक दिया। साथ ही कई घरों पर ईंट पत्थर फेंके। इस दौरान कई घरों के शीशे टूट गए। तब पुलिस ने वहां से अराजकता फैला रहे लोगों को खदेड़ा। उग्र भीड़ ने एक किमी में अराजकता फैलाई। कोतवाली और गाड़ी पड़ाव तक कई बार उग्र लोग आते-जाते रहे और पत्थर चलाते रहे। पुलिस एक जगह से भीड़ को हटाती तो लोग दूसरी ओर एकत्र हो जा रहे थे।