नई दिल्ली। दिल्ली का चुनावी संग्राम जीतने के लिए दल एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। यही नहीं, एक-दूसरे पर गंभीर से गंभीर आरोप लगाकर अपनी मुसीबतें भी बढ़ा रहे हैं। इसमें दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का भी नाम शामिल हैं। उन्होंने को आरोप लगाया था कि हरियाणा सरकार यमुना के पानी में जहर घोल रही है। इस दावे पर केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअसल चुनाव आयोग ने केजरीवाल से उनके यमुना के पानी में ‘जहर’ वाले दावे पर सबूत मांग लिए हैं। ईसी ने केजरीवाल को नोटिस भेजकर आज रात 8 बजे तक जवाब मांगा है। वहीं, चुनाव आयोग ने हरियाणा सरकार से यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा को लेकर रिपोर्ट मांगी है।
बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को हरियाणा की भाजपा सरकार पर यमुना के पानी को जहरीला करने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा- दिल्ली के लोगों को पीने के लिए पानी हरियाणा और उत्तर प्रदेश से मिलता है। यमुना में हरियाणा से पानी दिल्ली में आता है। भाजपा की हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी को जहरीला कर दिया है। केजरीवाल के इस दावे पर चुनाव आयोग ने कहा- आप संयोजक ने भाजपा की हरियाणा सरकार पर बहुत गंभीर आरोप लगाया, जिससे राज्यों के बीच नफरत पनप सकती है। ऐसे किसी आरोप के साबित होने पर 3 साल तक की सजा का नियम है।
तो होता सामूहिक नरसंहार
केजरीवाल ने यह भी दावा किया था कि अगर दिल्ली जल बोर्ड ने जहर नहीं पकड़ा होता, तो सामूहिक नरसंहार हो सकता था। हालांकि, जल बोर्ड ने उस पानी को दिल्ली में आने से रोक दिया। भाजपा सरकार ने पानी में ऐसा जहर मिलाया है, जिसे जल उपचार संयंत्रों द्वारा भी साफ नहीं किया जा सकता है। इससे दिल्ली के एक तिहाई हिस्से में पानी की कमी हो गई है। केजरीवाल ने कहा- दिल्ली में अफरा-तफरी मचाने के लिए ऐसा किया गया है ताकि दिल्ली के लोग मरें और इसका दोष आप पर आए।
केजरीवाल बताएं कि यमुना में जहर मिलाने की रिपोर्ट कहां है-अमित शाह
हरियाणा से यमुना में जहर छोड़ने जाने के आरोप पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो टूक जवाब दिया है। कहा है कि अरविंद केजरीवाल उस रिपोर्ट को सार्वजनिक करें जिसमें जलबोर्ड ने हरियाणा सरकार पर यमुना में जहर मिलाने की बात की है। यह बात साबित होती है तो वह खुद इसकी जिम्मेदारी लेंगे। बताएं कि कौन सा जहर यमुना में मिला है, उसका नाम क्या है। केजरीवाल का यह भी कहना है कि जहरीले पानी को उन्होंने रोक दिया, इसलिए दिल्ली बच गई। पानी रोकने आर्डर भी वह सार्वजनिक करें।