मुंबई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को अखबारों में प्रकाशित एक लेख और ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर आरोप लगाया था कि 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट था और यह मैच फिक्सिग अब बिहार में भी दोहराई जाएगी। राहुल गांधी के इस आरोप पर महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को जोरदार तरीके से पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 2024 के राज्य विधानसभा चुनावों में हार पर आत्मावलोकन करने के बजाय जनादेश को अस्वीकार कर रहे हैं, क्योंकि जनता ने उन्हें खारिज कर दिया है। यही नहीं उन्होंने गांधी पर हमला करते हुए उर्दू का शेर लिखा, ताउम्र गालिब ये भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी और मैं आईना साफ करता रहा।
फडणवीस ने कई अखबारों में प्रकाशित अपने लेखों में कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता बिहार सहित आगामी विधानसभा चुनावों में होने वाली हार के लिए बहाने तैयार कर रहे हैं। गांधी के दावों के जवाब में फडणवीस ने अपने लेख में कहा कि कांग्रेस नेता लोकतांत्रिक प्रक्रिया और लोगों के जनादेश का लगातार अपमान कर रहे हैं। भाजपा नेता ने आरोप लगाया, लोगों ने राहुल गांधी को खारिज कर दिया है और इसके बदले में वह लोगों और उनके जनादेश को अस्वीकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, एक बार हार स्वीकार कर लेना अधिक विवेकपूर्ण होगा। इस बात पर आत्ममंथन करने की जरूरत है कि आप कहां गलत हैं, लोगों के साथ आपका जुड़ाव क्यों कम है और आपको इसके बारे में क्या करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता बिहार सहित आगामी विधानसभा चुनावों में मिलने वाली हार के लिए अपने बहाने तैयार कर रहे हैं।
महायुति और एमवीए के बीच नहीं था मुकाबला
फडणवीस ने कहा, जहां तक महाराष्ट्र चुनाव का सवाल है, यह मूल रूप से महायुति और महा विकास आघाडी के बीच मुकाबला नहीं था। एक और कारक था: भारत जोड़ो अभियान। ‘जोड़ो’ नाम वाले इस अभियान में ‘तोड़ो’ अभियान क्या कर रहा था? उन्होंने दावा किया कि यह न्यायपालिका और निर्वाचन आयोग समेत देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ जनता में गलत धारणाएं पैदा कर रहा था और इस तरह उन्हें देश के खिलाफ लड़ने के लिए उकसा रहा था। फडणवीस ने कहा कि 1950 से लेकर एक नया कानून बनने तक (पूर्ववर्ती) कांग्रेस सरकारों ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त की सीधे नियुक्ति की।
युवा मतदाताओं की बढ़ रही सख्या
महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि अब तक 26 मुख्य निर्वाचन आयुक्तों में से 25 को सीधे केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक समिति का गठन किया, जिसमें विपक्ष के नेता या (विपक्ष में) सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेता को शामिल किया गया। पिछले साल हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि पर गांधी की आपत्ति का जिक्र करते हुए फडणवीस ने कहा कि युवा मतदाताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। राहुल गांधी ने मतदाताओं की संख्या में वृद्धि को फर्जी मतदाता बताया था।
मतदान फीसदी में अचानक वृद्धि का दावा बड़ा मजाक
फडणवीस ने कहा, मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि का दावा एक बड़ा मजाक है। क्या राहुल गांधी को यह नहीं पता कि शाम पांच से छह बजे तक भी मतदान का समय है और शाम छह बजे तक बूथ पर कतार में मौजूद सभी लोगों को अपना वोट डालने की अनुमति है? उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शाम पांच बजे मतदान का आंकड़ा 60.96 प्रतिशत बताया गया था, जिसे अगले दिन अंतिम तौर पर 66.71 प्रतिशत बताया गया यानी वृद्धि 5.75 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा, लेकिन क्या आप इस तथ्य को छिपा रहे हैं, क्योंकि आपने वह (महाराष्ट्र में लोकसभा)चुनाव जीता था? मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले अंतिम मतदान के आंकड़े देर रात आते थे; अब शाम पांच बजे का आंकड़ा जारी किया जाता है और अंतिम आंकड़ा अगले दिन आता है।
बता दें कि सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर किये गए पोस्ट में राहुल गांधी ने चुनाव में कथित अनियमितताओं के बारे में चरणबद्ध तरीके से बताया कि कैसे मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को जोड़ा गया, मतदान प्रतिशत बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया, फर्जी मतदान कराया गया और बाद में सबूतों को छिपा दिया गया। निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अनुकूल परिणाम नहीं मिलने के बाद चुनाव निकाय को बदनाम करना पूरी तरह बेतुका है।