बालाघाट जिले के लांजी अनुविभाग के नक्सल प्रभावित घिरी मुरूम–जोना पाठ क्षेत्र में शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ करीब 15 मिनट तक चली, जिसमें दोनों ओर से जमकर गोलियां चलीं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आदर्शकांत शुक्ला ने बताया कि मुठभेड़ में फिलहाल किसी भी पक्ष के घायल या हताहत होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। पूरे क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
पिछली मुठभेड़ में मारे गए थे चार इनामी नक्सली
गौरतलब है कि इससे पहले 14 जून को रूपझर थाना क्षेत्र की सोनेवानी चौकी अंतर्गत पचामा दादर–कटेझिरिया जंगल में भी सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। उस संयुक्त अभियान में हॉकफोर्स, जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन ने चार इनामी नक्सलियों को ढेर कर दिया था। मारे गए नक्सली जीआरबी डिवीजन के एसीएम स्तर के बताए गए थे, जिनमें रीता उर्फ तुब्बी श्रीरांगु हिडामी और तुलसी उर्फ सुमन जैसे सक्रिय नक्सली शामिल थे। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इन पर लंबे समय से निगरानी रखी जा रही थी।
नक्सली गतिविधियों में बढ़ोतरी, सुरक्षा बल अलर्ट
बीते कुछ समय से बालाघाट और आसपास के क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है। लगातार हो रही मुठभेड़ों से यह स्पष्ट है कि नक्सल संगठन दोबारा सक्रिय होने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस और सुरक्षाबलों की सतर्कता के चलते स्थिति नियंत्रण में है। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा क्षेत्र में लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और नक्सल नेटवर्क पर शिकंजा कसने की कोशिशें जारी हैं।