भोपाल। योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के गुलाब शरबत और रूह अफजा पर मप्र में सियासी संग्राम छिड़ गया है। यही नहीं मामला थाने तक भी पहुंच गया है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को रामदेव के खिलाफ भोपाल के टीटी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव अपना उत्पाद बेचने के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहे है। दिग्गी ने एफआईआर की मांग की है। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर बाबा रामदेव पर एफआईआर दर्ज नहीं होगी तो मैं कोर्ट का दरवाजा खटखटाउंगा।
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने पहले प्रेस कांफ्रेंस की। इसके बाद टीटी नगर थाने पहुंचे और बाबा रामदेव के खिलाफ शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया है कि बाबा रामदेव ने अपने उत्पादों के प्रचार के दौरान ऐसी टिप्पणी की है, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने शिकायत में कहा कि बाबा रामदेव ने अपना गुलाब शरबत बेचने के नाम पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है।
इस तरह के वीडियो जारी करने से धार्मिक भावनाओं को पहुंचती है ठेस
दिग्गी ने कहा कि व्यापारी रामदेव ने एक वीडियो में कहा है कि रूह अफजा शरबत खरीदने से मस्जिद और मदरसों को मुनाफा होता है, एक हिसाब से जिहाद फैलता है। गुलाब शरबत खरीदने से मंदिर और गुरुकुलों को फायदा पहुंचता है। पूर्व सीएम दिग्विजय ने कहा कि व्यापारी रामदेव के द्वारा इस तरह का वीडियो जारी करने से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है और बाबा रामदेव के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस को एक सप्ताह का वक्त दिया है, वरना हम कोर्ट जाएंगे।
बाबा रामदेव पर लगाए गंभीर आरोप
दिग्विजय सिंह ने योगगुरु बाबा रामदेव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बाबा रामदेव ने अपने प्रोडक्ट्स की बिक्री बढ़ाने के लिए धर्म और नफरत का सहारा लिया है, जिससे देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है। सिंह ने कहा, भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस धर्म का इस्तेमाल कर समाज में नफरत फैला रहे हैं और रामदेव जैसे लोग उनके इस एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बाबा रामदेव को व्यापारी बताते हुए कहा कि वो धर्म, स्वदेशी और राष्ट्रवाद के नाम पर नफरत फैलाकर अपने प्रोडक्ट्स बेच रहे हैं।
शरबत जिहाद के इस्तेमाल पर जताई आपत्ति
दिग्विजय सिंह ने बाबा रामदेव द्वारा एक्स पर डाले गए एक वीडियो का जिÞक्र किया, जिसमें रामदेव ने शरबत जिहाद शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने आरोप लगाया कि रामदेव ने रूह अफजा शरबत को मुसलमानों से जोड़ते हुए कहा कि उससे मिलने वाले पैसे से मस्जिदें और मदरसे बनते हैं जबकि पतंजलि का शरबत पीने से गुरुकुल और आचार्यकुलम बनते हैं।
रामदेव का बयान संविधान और कानून के खिलाफ
दिग्विजय सिंह ने कहा, यह बयान न केवल आपत्तिजनक है, बल्कि देश के संविधान और कानून के खिलाफ भी है। यह धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है और समाज में नफरत फैलाने वाला है। उन्होंने बताया कि यह बयान भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 196 (1)(क), 299 और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत दंडनीय अपराध है। इसको लेकर वे बाबा रामदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। सिंह ने कहा कि बाबा रामदेव ने पहले भी कोरोना वैक्सीन को लेकर झूठे दावे किए थे, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई थी।
क्या मुस्लिम कंपनियों का कोई भी प्रोडक्ट जिहाद कहलाएगा
रामदेव ने जिस शरबत ब्रांड का जिक्र किया, उसको लेकर दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट किया कि वह कंपनी दशकों से देश में आयुर्वेदिक और यूनानी उत्पाद बना रही है और उसका मालिक मुस्लिम होने के कारण रामदेव उस पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या मुस्लिम कंपनियों का कोई भी प्रोडक्ट जिहाद कहलाएगा? दिग्विजय सिंह ने सरकार से मांग की कि बाबा रामदेव पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ऐसे नफरत फैलाने वाले बयानों का संसद से लेकर सड़क तक विरोध करेगी।