भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को सतना जिले के सिंहपुर में मातृशक्ति उत्सव के तहत आयोजित महिला सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं की आर्थिक प्रगति के साथ सामाजिक समरसता और सभी की अधिकार सम्पन्नता के लिए सामाजिक रचना के ताने-बाने में सभी स्तर पर आवश्यक योगदान दे रही है। आज का यह सम्मेलन- मां-बहनों के प्रति सनातन संस्कृति के अनुरूप अनन्य श्रद्धा-स्नेह-प्रेम और सम्मान का प्रकटीकरण है।
सीएम ने कहा कि भारत की कुटुम्ब या परिवार परम्परा हमारी संस्कृति को समृद्ध और सशक्त बनाती है। परिवार परम्परा का आधार मातृशक्ति ही है। बेटियां एक ही नहीं दो परिवारों का उद्धार करती हैं। बहन-बेटियों के प्रति इस सम्मान के परिणामस्वरूप ही प्रदेश में लाड़ली बहना योजना आरंभ की गई। सावन के महीने में लाड़ली बहनों के खाते में 1250 रूपए के साथ 250 रूपए अतिरिक्त रूप से आने वाले हैं। यह बहन-बेटियों प्रति हमारी सरकार का आदर और स्नेह है।
प्रदेश की सभी बहनें हमारा मान हैं, अभिमान हैं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत बहनों को जारी की जाने वाली राशि में चरणबद्ध रूप से वृद्धि होगी और वर्ष 2028 तक बहनों को तीन हजार रूपए प्रतिमाह उपलब्ध कराए जाएंगे। योजना के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण और उनके कल्याण के लिए 1500 करोड़ रूपए से अधिक प्रतिमाह अंतरित किए जा रहे हैं। प्रदेश की सभी बहनें हमारा मान हैं, अभिमान हैं। इनके मान-सम्मान और कल्याण के लिए हम कोई कसर नहीं रखेंगे। दीपावली के बाद आने वाली भाईदूज तक राज्य सरकार सभी लाड़ली बहनों को 1250 रुपए से बढ़ाकर हर माह 1500 रूपए सहायता राशि देगी।
जहां-जहां श्रीकृष्ण की लीलाएं, वे तीर्थ के रूप मे होंगे विकसित
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार श्रीराम वन गमन पथ का निर्माण करा रही है। साथ ही भगवान श्रीकृष्ण ने जहां-जहां लीलाएं की हैं, वे स्थल तीर्थ के रूप में विकसित किए जाएंगे। किसानों की आय में वृद्धि केलिए गौपालन को प्रोत्साहित किया जा रहा है, इससे दुग्ध उत्पादन में वृद्धि से परिवार के सभी सदस्यों को पर्याप्त पोषण भी उपलब्ध हो सकेगा। अत: सरकार घर-घर गौपालन को प्रोत्साहित करने के लिए ‘जिसके घर गाय वह गोपाल’ के भाव से कार्य कर रही है।
गौमाताओं की देखभाल के लिए उपलब्ध कराई हर सहायता
प्रदेश में देश का 9 प्रतिशत दुग्ध उत्पादन होता है, इसे 20 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है। यदि कोई गौ-पालक 25 गायों का पालन करता है तो उन्हें लागत के 40 लाख रूपए में से 10 लाख रूपए अनुदान के रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे। गौशालाओं में भी प्रति गौमाता 20 रूपए के स्थान पर 40 रूपए की राशि उपलब्ध कराई जा रही है। पांच हजार से अधिक गौमाताएं पालने पर 130 एकड़ जमीन और 40 रूपए प्रति गाय के मान से सहायता उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। गौमाताओं की उचित देखभाल के लिए नगर निगम, नगर परिषद और पंचायतों को सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
होमस्टे विकसित करने में सरकार करेगी सहयोग
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि रीवा-सतना क्षेत्र में पर्याप्त औद्योगिक गतिविधियां संचालित हैं। इस क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए होमस्टे विकसित करने में राज्य सरकार सहयोग प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सतना जिला भगवान श्रीराम से जुड़ता है अत: क्षेत्र के विकास के लिए कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। सीएम ने उपस्थित जनसमुदाय को अपने गांव-मोहल्ले का उन्नयन करते हुए सतना जिले को प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ जिला बनाने में योगदान देने का संकल्प दिलाया।
विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन
सीएम डॉ. यादव ने मातृ शक्ति उत्सव कार्यक्रम में 93 करोड़ से अधिक राशि के 232 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। इन विकास कार्यों में 44 करोड़ 7 लाख की लागत के 135 कार्यों का लोकार्पण और 49 करोड़ 11 लाख की लागत के 97 कार्यों का भूमि-पूजन शामिल है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रैगाव विधानसभा क्षेत्र में सिंहपुर में प्रस्तावित सोलर प्लांट स्थापित करने की पहल की जाएगी। सरकार अक्षय ऊर्जा को बड़ावा देने सोलर पावर के लिए अनुदान भी दे रही है। किसानों के पंपों को ऊजीर्कृत करने सोलर ऊर्जा के लिए अनुदान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर गांव और हर खेत में सिंचाई का पानी पहुंचाने का संकल्प सरकार ने लिया है। सतना जिले में नर्मदा जल शीघ्र पहुंचाया जाएगा।