मुंबई। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से श्किस्त देकर रिकॉर्ड तीसरी बार चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम की थी। खास बात यह भी थी की टीम इंडिया ने कोई मैच हारे बिना फाइनल में पहुंची थी और ट्राफी को अपने नाम किया। चैंपियन ट्राफी जीतने वाली टीम पर बीसीसीआई मेहरबान हो गई है। इतना ही नहीं, 58 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है। यह सम्मान राशि खिलाड़ियों, कोचिंग और सहयोगी स्टाफ और चयन समिति के सदस्यों के बीच बांटी जाएगी।
बीसीसीआई अध्यक्ष, रोजर बिन्नी ने भारतीय टीम को लेकर कहा “लगातार आईसीसी खिताब जीतना विशेष है और यह पुरस्कार वैश्विक मंच पर टीम इंडिया के समर्पण और उत्कृष्टता को मान्यता देता है। नकद पुरस्कार पर्दे के पीछे हर किसी की कड़ी मेहनत के लिए। यह 2025 में आईसीसी अंडर 19 महिला वर्ल्ड कप जीत के बाद हमारी दूसरी आईसीसी ट्रॉफी भी थी और यह हमारे देश में मौजूद मजबूत क्रिकेट पारिस्थितिकी तंत्र को उजागर करती है।”
फाइनल मैच में क्या हुआ था?
बता दें कि फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड ने सात विकेट गंवाकर 50 ओवर में 251 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने 49 ओवर में छह विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इसके साथ ही चैंपियन ट्राफी पर एक बार फिर भारत का नाम लिख दिया। खास बात यह भी थी की कप्तान रोहित शर्मा ने फाइनल मैच में शानदार 76 रनों की पारी खेलकर टीम इंडिया को चैंपियन ट्राफी विजेता बनाया। यहां यह भी बता दें कि यह भारत की सातवीं आईसीसी ट्रॉफी रही। इससे पहले टीम 1983 और 2011 वनडे विश्व कप, 2007 और 2024 टी20 विश्व कप और 2002, 2013 और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत चुकी है।
चैंपियन बनने के बाद आईसीसी की ओर से पैसों की बारिश
विजेता भारतीय टीम पर चैंपियन बनने के बाद विजेता राशि के रूप में भी पैसों की बारिश हुई थी। भारतीय टीम को 2.4 मिलियन अमेरिका डॉलर यानी करीब 19.5 करोड़ रुपये मिले थे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इनामी राशि में पिछली बार की तुलना में 53 प्रतिशत का इजाफा किया था। इस टूर्नामेंट की कुल इनामी राशि बढ़कर 6.9 मिलियन डॉलर (करीब 60 करोड़ रुपये) हुई थी। विजेता के अलावा उपविजेता न्यूजीलैंड की टीम को 1.12 मिलियन डॉलर (करीब 9.72 करोड़ रुपये) मिले, जबकि सेमीफाइनल में बाहर होने वाली दोनों टीमें आॅस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका को 56000 डॉलर (4.86 करोड़ रुपये) मिले थे।