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निहितार्थ

किशोर का इंकार और कांग्रेस का रुख

आप चाहें तो इसे सच का सही एसेसमेंट (assessment) कह लें, या फिर अपने एडजेस्टमेंट (adjustment) का प्रबंध कह लें। बात यह कि प्रशांत...

अच्छा हैं कि नहीं हैं अब बाल ठाकरे

यदि बाला साहब ठाकरे (Bala Saheb Thakre) जीवित होते तो निश्चित ही वह भी इस कार्यवाही का समर्थन करते कि सांसद नवनीत राणा (MP...

पीके के तरकश के तीर चलाएगा कौन….. 

गौर से देखें तो प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की राजनीतिक सफलता (political success)ओं में 'हासिल करने' से अधिक 'मिल जाने' वाला फैक्टर प्रभावी रहा...

कांग्रेस का प्रोफेशनल माई-बाप

कांग्रेस (Congress) के वैचारिक स्खलन तथा उससे उपजी ऐसी शिथिलता की तो शायद उसके दुश्मनों ने भी कभी कामना नहीं की होगी। यदि देश...

यादव का दर्द, कांग्रेस का सिर दर्द!

पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (State Congress President Kamal Nath) एक बार फिर आक्रामक हो गए दिख रहे हैं। कांग्रेस के पिछड़ा...

बरखा रानी! ज़रा जम के तरसो 

हिंदी सिनेमा का एक गीत अपने समय में विशुद्ध रूप से 'चालू' होने वाले स्वरूप के बाद भी खूब चला। बोल थे, 'बरखा रानी......

वंश का दंश और मोदी

स्वच्छ छवि वाले अफसर ने स्टाफ को चेतावनी देते हुए कहा कि दफ्तर में 'रिश्वत लेना-देना अपराध है' की पॉलिसी पर सख्ती से अमल...

इंसान होने का स्वांग रचते बाज

यह चिंतन से अधिक चिंता का विषय होना चाहिए। वह कौन है या वे कौन हैं, जो खरगोन (Khargone) को गॉन केस होने देना...

सख्त कदम उठाएं खरगोन के दोषियों के खिलाफ

खरगोन (Khargone) में रामनवमी के जुलूस (ramanavami ke julus) पर हुए पथराव और उसके बाद की हिंसा की जड़ में जाना बहुत जरूरी है।...

सीधी-सी बात है, सीधी की बात है

सीधी-सी बात है। सीधी (Sidhi) की बात है। सीधी-सादी पुलिसिया अकड़ की बात है। बात ये कि सोन नदी (Son river) के किनारे पर...

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