मध्यप्रदेश से उत्तरप्रदेश के बीच सफर करनेवाले रेल यात्रियों को अब न केवल ट्रेनों की जबर्दस्त भीड़ से निजात मिलेगी बल्कि उनके सफर में समय भी बेहद कम लगेगा।
राजधानी भोपाल से उप्र की राजधानी लखनऊ तक का सफर जल्द ही बहुत आसान होने वाला है। इन दोनों महानगरों के बीच नई वंदेभारत एक्सप्रेस चलाने का प्रस्ताव है।
करीब 600 किमी के सफर में नई ट्रेन लखनऊ और भोपाल सहित बीच के कई बड़े शहरों को जोड़ेगी। हालांकि नियमित ट्रेनों की तुलना में इसका किराया ढाई गुना से ज्यादा होगा। लखनऊ भोपाल वंदेभारत एक्सप्रेस यूपी के लखनऊ मंडल की ही ट्रेन होगी।
उप्र की ओर जानेवाली ज्यादातर ट्रेनों में इतनी भीड़ रहती है कि कई यात्री तो कोच के अंदर प्रवेश ही नहीं कर पाते। इन ट्रेनों में महीनों की लंबी वेटिंग भी बनी रहती है। प्रस्तावित लखनऊ भोपाल वंदेभारत एक्सप्रेस इन झंझटों से यात्रियों को छुटकारा दिला देगी।
नई लखनऊ भोपाल वंदे भारत ट्रेन का 8 प्रीमियम सिटिंग कोच का रैक होगा। ट्रेन में कुल 564 सीट्स होंगी। पहले यह ट्रेन भोपाल रेल मंडल के अंतर्गत चलाई जानेवाली थी। पिछले साल नवंबर में लखनऊ भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस के रैक भी मिलनेवाले थे लेकिन रेलवे बोर्ड से तब इसे अनुमति नहीं मिली।
स्थानीय रेलवे सूत्रों के अनुसार लखनऊ भोपाल वंदेभारत एक्सप्रेस के लिए अब पूर्वोत्तर रेलवे ने पहल की है। यहां गोमती नगर स्टेशन का विस्तार किया गया है जिसके बाद ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसी क्रम में लखनऊ मंडल के डीआरएम गौरव अग्रवाल ने लखनऊ से भोपाल के लिए वंदे भारत चलाने का प्रस्ताव भेजा है।
भोपाल लखनऊ भोपाल के लिए अभी करीब 15 इनडायरेक्ट ट्रेनें हैं। ये सभी ट्रेनें यात्रियों से खचाखच भरी रहती हैं। सालभर वेटिंग भी बनी रहती है और यात्रा में समय भी बहुत लगता है। भोपाल से लखनऊ जाने के लिए अभी चल रही नियमित ट्रेनों की तुलना में प्रस्तावित वंदे भारत से यात्री बहुत कम समय में गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
अधिकारियों के अनुसार लखनऊ भोपाल वंदे भारत ट्रेन आठ कोच की चेयर कार होगी। नई वंदेभारत एक्सप्रेस के कोच अपडेट किए जा चुके हैं। ट्रेन में प्रोटेक्शन सिस्टम कवच लगाया गया है। वंदेभारत एक्सप्रेस 4.0 में बिजली की खपत एक चौथाई कम हो जाएगी। नए कोच में एग्जीक्यूटिव चेयर क्लास सीटों के पास बैग मिलेगा। सीटों के आसपास ज्यादा जगह होगी।
यात्री बताते हैं कि भोपाल से लखनऊ के 585 किमी के सफर में तमाम दिक्कतेें आती हैं। सीधी और पर्याप्त ट्रेनें नहीं होने से वेटिंग बनी रहती है, भीड़भाड़ रहती है और घूमकर जाने की वजह से यात्रा में समय भी बहुत लगता है। अभी भोपाल लखनऊ गरीब रथ एक्सप्रेस सप्ताह में एक दिन जबकि भोपाल प्रतापगढ़ एक्सप्रेस सप्ताह में 3 दिन और संत हिरदाराम नगर से जानेवाली महाकाल सुपरफास्ट एक्सप्रेस सप्ताह में 2 दिन चलती है। कुछ अन्य ट्रेनें भी हैं जिनसे घूमकर जाना पड़ता है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक प्रस्तावित लखनऊ भोपाल वंदे भारत से नियमित ट्रेनों में आनेवाली सभी प्रकार की समस्याएं समाप्त हो जाएंगी। यह लखनऊ भोपाल तक के लिए सीधी ट्रेन होगी जिसके स्टापेज कम होंगे लेकिन स्पीड ज्यादा होगी। इससे यात्रा में कम समय लगेगा।