रांची। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि 31 मार्च 2026 तक देश से लाल आतंक का सफाया हो जाएगा। उनके इस ऐलान का असर दिखाई भी देने लगा है। भारतीय सुरक्षा बल नक्सलियों की कमर पर करारा प्रहार कर रहे हैं। अब इससे जुड़ी एक बड़ी खबर झारखंड से आई है। यहां के बोकारो जिले में सोमवार सुबह सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो और पुलिस ने मुठभेड़ में 8 माओवादियों को ढेर कर दिया है। इसमें एक एक करोड़ का इनामी नक्सली विवेक भी शामिल है।
मुठभेड़ अभी भी जारी है, और कई नक्सलियों के फंसे होने की संभावना जताई जा रही है। जवानों ने मारे गए नक्सलियों के पास से एक एसएलआर, दो इंसास राइफल और एक पिस्टल बरामद की है, जिन्हें जब्त कर लिया गया है यह जानकारी अधिकारियों ने दी है। उन्होंने बताया कि यह मुठभेड़ जिले में लालपनिया इलाके के लुगु हिल्स में सुबह करीब साढ़े पांच बजे हुई। जवानों ने तत्परता से जवाबी कार्रवाई की और इस मुठभेड़ में छह नक्सलियों को मार गिराया। सुरक्षा बलों एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ अभी जारी है।
सुरक्षा बलों को नहीं पहुंचा कोई नुकसान
सीआरपीएफ के अधिकारी ने बताया कि 209 कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (कोबरा) के जवानों ने अभियान चलाया। कोबरा सीआरपीएफ की विशेष जंगल युद्ध इकाई है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मियों में से किसी के घायल होने की खबर नहीं है। गौरतलब कि इन दिनों देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में सुरक्षा बलों के ताबड़तोड़ एनकाउंटर देखने को मिल रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते शुक्रवार को सभी छिपे हुए नक्सलियों से जल्द सरेंडर करने और मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि सरकार 31 मार्च 2026 से पहले देश को नक्सलवाद के अभिशाप से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
देश से नक्सलियों को खत्म करने केन्द्र सरकार की घोषणा का हिस्सा
पुलिस और सुरक्षा बलों का यह अभियान केंद्र सरकार की ओर से मार्च, 2026 तक देश से नक्सलवाद को खत्म करने की घोषणा का हिस्सा है। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटनाक्रम में पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सोमवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके राज्य में नक्सल विरोधी अभियानों और संबंधित विषयों की व्यापक समीक्षा के लिए नई दिल्ली में नॉर्थ ब्लॉक स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात करेंगे।
छत्तीसगढ़ में 140 से अधिक माओवादियों को मार गिराया गया
बता दें कि इस साल छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में 140 से अधिक माओवादियों को मार गिराया गया है। छत्तसीगढ़ को सुरक्षा अधिकारी देश में वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) का अंतिम गढ़ कहते हैं।