मध्यप्रदेश में पढ़ने वाले छात्रों के लिए जरूरी खबर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के विश्वविद्यालयों में लंबे समय से ऐसे कई कोर्स संचालित हो रहे हैं, जिनमें छात्रों की संख्या लगातार गिरती जा रही है।
शैक्षणिक गुणवत्ता पर उठते सवालों को देखते हुए राज्यपाल ने पिछले वर्ष ही ऐसे निष्क्रिय कोर्स बंद करने के निर्देश दिए थे।
विश्वविद्यालयों ने सक्रियता दिखाते हुए अब सभी विभागों से 0 से 5 स्टूडेंट्स वाले कोर्स की सूची मांगी है, ताकि उन्हें चरणबद्ध तरीके से बंद किया जा सके।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) में ऐसे कोर्स की संख्या करीब 9 हैं, जिनमें पिछले तीन साल से या एक एक भी छात्र ने प्रवेश नहीं लिया।
वहीं हिन्दी विश्वविद्यालय में भी स्थिति समान है, जहां संस्कृत, डीसीए, पत्रकारिता, एमए हिन्दी, इतिहास, वाणिज्य, फिजिक्स, कंह्रश्वयूटर साइंस, बॉटनी, इकोनॉमिक्स और कैमेस्ट्री जैसे विषयों में 0 से 5 के बीच ही एडमिशन हुए हैं।
स्थिति यह भी है कि बीयू में इस वर्ष स्नातकोत्तर में आधी सीटें खाली रह गईं। 2025-26 सत्र के लिए 840 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया था, लेकिन इनमें से आधे ने प्रवेश लिया।
विभागों से सूची मांगी है। ऐसे कोर्स जिनमें दाखिले नहीं हो रहे हैं या कम हैं। समीक्षा के बाद इनको बंद किया जाएगा। प्रो. एसके जैन, कुलगुरु, बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी



