मध्यप्रदेश के छतरपुर में सटई रोड स्थित खाद वितरण केंद्र में बुधवार को खाद वितरण के दौरान बड़ा विवाद तब खड़ा हो गया जब नायब तहसीलदार नीतू सिंघई ने एक युवती को थप्पड़ मार दिया।
युवती गड़िया पटेल का आरोप है कि वह दो महीने से खाद लेने आ रही है, लेकिन उसे टोकन नहीं मिल रहा। जब उसने तहसीलदार से टोकन मांगा तो उन्होंने कहा कि महिलाओं को टोकन नहीं मिलेंगे, केवल पुरुषों को दिए जाएंगे। दोबारा टोकन मांगने पर नायब तहसीलदार ने थप्पड़ मार दिया।
एमए तृतीय सेमेस्टर की छात्रा गुडिय़ा पटेल ने बताया कि 5 दिसंबर को उसकी परीक्षा है, लेकिन पिछले एक महीने से खाद के लिए लाइन में लगने के कारण उसकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उसके अनुसार लगभग 250 महिलाएं रात 2 बजे से लाइन में खड़ी रहती हैं, लेकिन फिर भी खाद नहीं मिलती।
उसने आरोप लगाया कि 15 ट्रक खाद मौजूद होने के बावजूद उसे ब्लैक में बेचा जा रहा है, और अधिकारियों की मिलीभगत से कालाबाजारी की जा रही है।
वहीं नायब तहसीलदार नीतू सिंघई ने युवती के आरोपों को निराधार बताया। उनका कहना है कि भीड़ अव्यवस्थित थी, लोग लाइन में नहीं लग रहे थे और अधिकारियों के साथ अभद्रता कर रहे थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग दुपट्टा खींच रहे थे, कॉलर पकड़ रहे थे और करीब से वीडियो बनाकर उन्हें उकसाने की कोशिश कर रहे थे।
मामले में कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को घेरा। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है, यह थप्पड़ नहीं मोहन सरकार की अराजकता का खुला सबूत है!ठंड में मौसम की मार और सरकार की बेरुखी झेल रहे किसानों को राहत की बजाय मोहन बाबू के अफसर थप्पड़ जड़ रहे हैं, बाल खींचने की कोशिश कर रहे हैं !



