पटना। बिहार में पहले चरण के चुनाव के लिए 6 नवंबर को मतदान होना है। इससे पहले सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। सभी दल एक-दूसरी पर जमकर सियासी तीर छोड रहे हैं। इसी क्रम में महागठबंधन के सीएम फेस और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने जहां एनडीए पर हमला बोला है। वहीं एनडीए की ओर से सीएम चेहरे का ऐलान न करने पर सवाल भी उठाए हैं।
तेजस्वी यादव ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित है। हम पूछना चाहते हैं कि एनडीए की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा। उन्होंने बताया कि अगले पांच साल के लिए महागठबंधन का घोषणापत्र भी मंगलवार को जारी हो जाएगा। इसके साथ ही, तेजस्वी यादव ने पूछा, एनडीए का घोषणापत्र अब तक क्यों नहीं आया है? वे बिहार को कैसे आगे बढ़ाएंगे? उनका विजन क्या है?
बिहार को लेकर हमारी सोच स्पष्ठ
राजद नेता ने यह भी दावा किया कि बिहार में एनडीए सरकार अब तक जितनी योजना लाई है, वह तेजस्वी यादव की नकल करके लागू की गई हैं। उन्होंने कहा, एनडीए के दलों के पास बिहार के लोगों के लिए कहने और करने को कुछ नहीं है। हम अपना विजन और रोडमैप बता रहे हैं। हमारी स्पष्ट सोच है कि बिहार को नंबर-वन बनाना है। एनडीए के लोग सिर्फ गाली देने और नकारात्मक राजनीति में जुटे हुए हैं।
बदलाव के मूड में बिहार के लोग
राजद नेता तेजस्वी यादव ने यह भी बताया कि उनका चुनावी अभियान जारी है और वे बिहार के कोने-कोने में जा रहे हैं। उन्होंने कहा, इस बार बिहार के लोग बदलाव के मूड में हैं। यह हमने पहले भी कहा है और यहां की स्थिति भी सभी ने देखी होगी।
छठ यात्रियों की परेशानी को लेकर भी तेजस्वी ने केन्द्र पर साधा निशाना
उन्होंने छठ पूजा के लिए बिहार आने वाले यात्रियों को हुई परेशानियों का हवाला देते हुए सरकार पर निशाना साधा। तेजस्वी यादव ने कहा, बिहार के लोग जो राज्य के बाहर काम करते हैं और छठ के दौरान घर लौटे थे, वे दयनीय स्थिति में वापस आए। यह देखना दुखद था। रेल मंत्री ने घोषणा की थी कि 12 हजार विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी, लेकिन देखिए कि कैसे हमारे भाई-बहन ट्रेनों में ठूंस-ठूंस कर यात्रा करने के लिए मजबूर हुए। वे विशेष ट्रेनें कहां गईं?



