मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के सेकंड स्टॉप स्थित एमपीईबी कार्यालय के बाहर बुधवार को कांग्रेस झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ ने स्मार्ट मीटरों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटरों में तकनीकी खामियां हैं, जो उपभोक्ताओं को बिना वजह भारी भरकम बिजली बिल थमा रही हैं।
प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा तथा झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व पार्षद गुड्डू चौहान ने किया। इनके साथ बड़ी संख्या में झुग्गी-बस्तियों से आए उपभोक्ता और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। लोगों ने हाथों में बिजली बिल और तख्तियां लेकर विरोध जताया। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इन स्मार्ट मीटरों को लेकर कार्रवाई नहीं की और गलत बिलिंग रोकी नहीं गई, तो आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने कहा कि भोपाल सहित पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट में विदेशी कंपनी अल्फानार की भागीदारी है। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे को देखते हुए ठेका निरस्त किया जाना चाहिए, क्योंकि स्मार्ट मीटर लगने से जनता को भारी भरकम बिलों से कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इस महंगाई के दौर में जब हर चीज महंगी है। लोगों को अपना जीवन यापन करने के लिए परिश्रम करना पड़ रहा है। ऐसे समय में स्मार्ट मीटर के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति और खराब हो रही है।
पूर्व मंत्री शर्मा ने कहा कि गरीब, मध्यम और झुग्गी झोपड़ी में निवास करने वाले परिवारों पर स्मार्ट मीटर ने बोझ डाल दिया है। झुग्गी झोपड़ी वाले परिवार बिजली का बिल भरें या परिवार पालें। स्मार्ट मीटर का बिल तीन गुना ज्यादा आ रहा है। जितनी मीटर में यूनिट की खपत नहीं है, उससे अधिक स्मार्ट मीटर यूनिट दर्ज कर लेता है। साथ ही जब बिजली बंद हो तब भी यूनिट काउंट हो जाती है।
प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष निकेश चौहान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सक्सेना, वरिष्ठ नेता गोविंद गोयल, जेपी धनोपिया, पार्षद गुड्डू चौहान समेत अन्य कांग्रेसियों ने कहा कि अल्फानार सऊदी की कंपनी है। इस कंपनी में पाकिस्तान के मूल अधिकारी की हिस्सेदारी हैं। अल्फानार के संचालक के लिए तुर्किए से आर्थिक सहयोग दिया जाता है।