नेपाल में चल रहे Gen-Z प्रदर्शन ने छतरपुर के व्यापारियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. शहर के चार परिवारों के 14 लोग, जो नेपाल घूमने गए थे. वहां अचानक बिगड़े हालातों के कारण होटल में फंस गए हैं.
इन परिवारों ने मध्यप्रदेश सरकार और भारत सरकार से सकुशल निकालने की गुहार लगाई है. इस बीच, छतरपुर की विधायक ललिता यादव ने पीड़ित व्यापारियों से वीडियो कॉल पर बात की और उन्हें सुरक्षित निकालने का भरोसा दिलाया है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस मामले पर संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि नेपाल में इन दिनों सामान्य स्थिति नहीं है और वहां छतरपुर जिले के कुछ नागरिकों का फंसा होना चिंता का विषय है. उनकी सकुशल वापसी के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.
नेपाल में सितंबर 2025 की शुरुआत से बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं. ये प्रदर्शन सरकार द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर (X), और टिकटॉक पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुए थे. सरकार ने इसे ऑनलाइन धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने का कदम बताया, लेकिन युवाओं ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला माना. काठमांडू में प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें संसद भवन में घुसपैठ, आगजनी, और पुलिस के साथ झड़पें हुईं. इन हालातों में छतरपुर के व्यापारी परिवार अपनी छुट्टियों के लिए गए थे, लेकिन अब वे होटल में फंसे हुए हैं.
छतरपुर की विधायक ललिता यादव ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की. उन्होंने फंसे हुए व्यापारियों से वीडियो कॉल के जरिए बात की और उनकी सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने का वादा किया. विधायक ने बताया कि उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के अधिकारियों से संपर्क किया है, ताकि इन परिवारों को जल्द से जल्द सुरक्षित भारत लाया जा सके. पीड़ित परिवारों ने बताया कि वे डरे हुए हैं, क्योंकि नेपाल में सड़कों पर तनाव और हिंसा का माहौल है.
ये व्यापारी अपने परिवारों के साथ नेपाल की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक स्थलों का आनंद लेने गए थे, लेकिन अचानक बदले हालातों ने उनकी यात्रा को मुश्किल में डाल दिया. अब वे होटल में ही रुके हुए हैं और बाहर निकलने से बच रहे हैं. विधायक ललिता यादव ने आश्वासन दिया है कि सरकार उनकी सुरक्षित वापसी के लिए नेपाल के अधिकारियों और भारतीय दूतावास के साथ समन्वय कर रही है. स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने भी छतरपुर विधायक के इस त्वरित कदम की सराहना की है. सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि ये परिवार कब तक सुरक्षित अपने घर लौट पाएंगे.