मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होकर 8 अगस्त 2025 तक चलेगा। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को विधानसभा परिसर का निरीक्षण करते हुए सत्र की व्यवस्थाओं और तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सत्र का संचालन सुचारू और व्यवस्थित रूप से किया जाए।
मीडिया से बातचीत में अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विधानसभा परिसर मे कोई नया प्रतिबन्ध नहीं लगाया गया जो विरोध प्रदर्शन पर रोक लगाईं है वो भी कोई नया नहीं है। वहीं, मीडिया के विधानसभा परिसर में अन्य जगह जाने पर जब प्रतिबंध का पूछा गया तो अध्यक्ष ने कोई जबाब नहीं दिया। बता दें कांग्रेस ने विधानसभा परिसर में नारेबाजी और प्रदर्शन पर रोक के आदेश को लोकतंत्र की आवाज दबाने वाला बताया है।
विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल बिजली संकट, महंगाई, तबादला नीति और किसानों की समस्याओं जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। वहीं सत्ता पक्ष ने भी योजनाओं और उपलब्धियों के साथ जवाब देने की रणनीति तैयार कर ली है।
विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने जानकारी दी कि बारह दिवसीय सत्र में सदन की कुल 10 बैठकें होंगी। अब तक विधानसभा सचिवालय को तारांकित 1718 और अतारांकित 1659 प्रश्न यानी कुल 3377 प्रश्न प्राप्त हुए हैं। जानकारी के अनुसार इस बार दो हजार से अधिक प्रश्न सदस्यों ने ऑनलाइन पूछे हैं। इसके अतिरिक्त 226 ध्यानाकर्षण, एक स्थगन प्रस्ताव, 23 अशासकीय संकल्प, 65 शून्यकाल की सूचनाएं तथा एक नियम 139 की सूचना भी प्राप्त हुई है। सरकार की ओर से तीन विधेयक भी प्रस्तुत किए जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष और बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल की विधानसभा में सीट अब बदल दी गई है। वे अब सदन में पहली पंक्ति में बैठेंगे। यह बदलाव उनकी नई जिम्मेदारी और संगठन में वरिष्ठ भूमिका को देखते हुए किया गया है।
परिसर में नारेबाजी और प्रदर्शन पर रोक
गौरतलब है कि विधानसभा सचिवालय ने सत्र के पहले ही दिन एक अहम निर्देश जारी किया है। इसके तहत विधानसभा परिसर में किसी प्रकार की नारेबाजी या प्रदर्शन पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही, सदस्यों को चेताया गया है कि वे बिना अनुमति पत्र वाले किसी भी व्यक्ति को अपने साथ वाहन में या पैदल परिसर और सदन की लॉबी में साथ ना लाए।