नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि अगर कांग्रेस को 30 और सीटें मिलतीं तो आज देश में उनकी सरकार होती। खरगे ने कहा कि कांग्रेस ने 2024 का लोकसभा चुनाव सामाजिक न्याय के मुद्दे पर लड़ा था। अगर कांग्रेस को 30 और सीटें मिल जातीं, तो हम सरकार बना लेते। खरगे ने यह दावा शुक्रवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ओबीसी सम्मेलन को संबोधित करते हुए किया। इस दौरान खरगे ने जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा और आरएसएस पर हमला बोला। वहीं राहुल गांधी की जमकर सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सामाजिक न्याय के मुद्दों से भाग रही है और पिछड़ों को उनका अधिकार नहीं दे रही। खरगे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी झूठ बोलने की आदत वाले नेता हैं। जो पीएम झूठ बोले हैं, वह देश का भला नहीं कर सकते। खरगे ने कहा कि दो करोड़ नौकरी देंगे, झूठ बोले। काला धन देश में लाकर पैसे दूंगा, वो भी झूठ बोले। एमएसपी को लेकर झूठ बोले। ओबीसी वर्ग की आय बढ़ाने को लेकर भी झूठ बोले। हर चीज पीएम मोदी झूठ बोलते हैं। अपने जीवन में खासकर संसद में वो झूठ बोलते हैं। आप लोगों को समझना चाहिए, ये देश को गुमराह कर रहे हैं।
संघ-भाजपा देश के लिए जहर जैसे
खरगे ने अपने संबोधन में कहा आरएसएस और भाजपा देश के लिए जहर जैसे हैं, अगर आप इस जहर को चख लेते हैं तो आपका सफाया तय है। हमें एकजुट होकर लड़ना पड़ेगा। ये लोग आपको बांटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आपको एकजुट होना पड़ेगा। इस देश को कांग्रेस ने जो दिया है, उससे कोई इनकार नहीं कर सकता। खरगे ने कहा कि ओबीसी की जाति जनगणना होनी चाहिए। खड़गे ने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा, “वो सवर्ण जाति से हैं, फिर भी पिछड़े, दलित और आदिवासी समाज के लिए आवाज उठा रहे हैं। आप उनके साथ क्यों नहीं खड़े होंगे?” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हर वर्ग के लिए लड़ रहे हैं, और यही कांग्रेस की विचारधारा है।
एसआईआर के मुद्दे सरकार को घेरा
खरगे ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने 25 बार ये कहा कि मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया, लेकिन नरेंद्र मोदी जवाब नहीं दे रहे हैं। मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण पर खरगे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज ही चुनाव आयोग का नया नोटिफिकेशन आया है कि एसआईआर सिर्फ बिहार में नहीं, पूरे देश में किया जाएगा। ये गरीबों को खत्म करना चाहते हैं, पिछड़े, दलितों और महिलाओं को वोटिंग का अधिकार देने के लिए संघ-भाजपा तैयार नहीं थी।



