भोपाल। राजधानी भोपाल के नए हिस्से की जरूरतों के लिये अहम जेपी अस्पताल में अब 242 बेड का नया सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक बनाने का खाका तैयार है। इसमें खासतौर पर महिलाओं और गंभीर मरीजों के इलाज के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। पांच मंजिला इस इमारत में 4 मॉड्यूलर आॅपरेशन थिएटर, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी लैब, ट्रांजिट कमरा और प्री-पोस्ट आॅपरेशन यूनिट बन रही है। गौरतलब है कि अस्पताल का विस्तार काफी समय से किया जा रहा है, ताकि यह बढती आबादी की जरूरतों को पूरा करे। बताया जाता है कि नया ब्लॉक शुरू होने से जेपी अस्पताल अल्ट्रा मॉडर्न ट्रीटमेंट सेंटर के स्वरूप में आ जाएगा।
खास बात यह है कि इस बार महिला मरीजों के लिए पहली बार 125 बेड का अलग सर्जिकल वार्ड तैयार किया जा रहा है। यह राजधानी का सबसे बड़ा महिला सर्जिकल यूनिट होगा। पुरुष सर्जिकल वार्ड में 49 बेड होंगे। महिला आइसोलेशन वार्ड में 10 बेड की व्यवस्था होगी। पुरुष और महिला आॅब्जर्वेशन वार्ड में 10-10 बेड होंगे। अभी जेपी अस्पताल में 400 बेड हैं। नया ब्लॉक शुरू होने के बाद यह संख्या 640 हो जाएगी। इस इमारत के निर्माण में कुल 26 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें से 19 करोड़ रुपए राज्य सरकार देगी। 7 करोड़ रुपए केंद्र सरकार से मिलेंगे। यह ब्लॉक जुलाई 2025 में शुरू किया जाएगा।
लैब में आॅनस्पॉट जांच
नए भवन में इमरजेंसी ट्राइएज यूनिट में 10 बेड होंगे। ट्रांजिट कमरा 26 बेड का होगा। इससे मरीजों को एक वार्ड से दूसरे वार्ड में शिफ्ट करना आसान होगा। आॅपरेशन से पहले और बाद की देखरेख के लिए प्री और पोस्ट आॅपरेशन यूनिट एक ही जगह होगी। ब्लड बैंक और पैथोलॉजी लैब में आॅनस्पॉट जांच की सुविधा मिलेगी। मेडिकल स्टाफ की ट्रेनिंग और कॉन्फ्रेंस के लिए एक मीटिंग हॉल भी बनाया जा रहा है। 125 बिस्तरों वाला विशेष सर्जिकल वार्ड पहली बार महिला मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है।
अस्पताल की क्षमता और सेवाएं दोनों बढ़ेंगी
इस ब्लॉक से अस्पताल की क्षमता और सेवाएं दोनों बढ़ेंगी। मरीजों को इलाज के लिए अलग-अलग जगह नहीं जाना पड़ेगा। आॅपरेशन से लेकर रिकवरी तक की सभी सुविधाएं एक ही इमारत में मिलेंगी। ट्राइएज और ट्रांजिट कमरा जैसी नई अवधारणाएं आम मरीजों के लिए भी उपलब्ध होंगी। यह विस्तार जेपी अस्पताल को राजधानी का प्रमुख हेल्थ सेंटर बनाएगा। उल्लेखनीय है कि जब यह अस्पताल शुरू हुआ था,तब नए शहर की आबादी आज की आबादी से आधी ही थी,अब शहर का विस्तार दूर तक होने की वजह से यहां लोगों की उपचार जरूरतों का बोझ भी बढा है।