विशाखापत्तनम। आंध्रप्रदेश से एक दुखद खबर सामने आई है। यहां के विशाखापत्तनम में एक दीवार गिरने से जहां 7 लोगों की मौत हो गई है। वहीं कई घायल हुए हैं। यह दर्दनाक हादसात संहाचलम में वराह लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर की दीवार ढहने से हुआ है। दीवार सिंहगिरी बस स्टैंड से घाट रोड पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के पास 300 रुपये के टिकट की कतार में गिरी। हादसे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्य के सीएम एन चन्द्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने दुख जताया है। वहीं पीएम और सीएम ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने की भी घोषणाकी है।
जानकारी के मुताबिक सिह्माचलम में श्री वराह लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में बारिश से भीगी दीवार गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। दरअसल, इलाके में भारी बारिाश हुई थी। इस वजह से यह दीवार काफी गीली थी। राज्य की गृह मंत्री वी अनिता ने बताया कि रिपोर्टों से पता चलता है कि मंदिर की दीवार गिरने की वजह इलाके में भारी बारिश के कारण मिट्टी का धंसना हो सकता है। अनिता ने संवाददाताओं को बताया कि रात भर हुई भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण मिट्टी ढीली हो गई, जिससे दीवार गिर गई। घायलों को अस्पताल ले जाया गया।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बचाव कार्य में कोई लापरवाही नहीं हुई।
मृतकों के परिजनों को 25 लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्राबाबू नायडू ने घटना पर दुख जताया है और इलाके के कलेक्टर-एसपी से बात कर पीड़ितों की हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये और घायलों को 3-3 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। इसके अलावा प्रत्येक पीड़ित के परिवार के एक सदस्य को बंदोबस्ती विभाग के तहत मंदिरों में आउटसोर्सिंग की नौकरी प्रदान की जाएगी। उन्होंने तीन सदस्यीय समिति द्वारा घटना की जांच के भी आदेश दिए।
पीएम मोदी ने भी किया मुआवजे का एलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक दीवार गिरने से हुई जानमाल की हानि से बहुत दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’ पीएम मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की।
विस्तृत जांच चल रही
धर्मस्व मंत्री रामनारायण रेड्डी ने इस त्रासदी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल का एलान किया। मंदिर के एक अधिकारी ने कहा कि हादसे का कारण बारिश के कारण मिट्टी का धंसना या दीवार को कमजोर पड़ जाना हो सकता है। हालांकि, विस्तृत जांच चल रही है।