मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने लोकसेवा दिवस पर चाणक्य का उदाहरण देते हुए लोकसेवा का महत्व समझाया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि चाणक्य ने चंद्रगुप्त को ढूंढा, चंद्रगुप्त के लिए नंदवंश का सम्राज्य हटाया। चाणक्य ने कहा कि राजा तुम बनो लेकिन महामंत्री मैं बनूंगा। यानी चीफ सेक्रेट्री रहे। उन्होंने कहा कि हमारे लोक सेवकों का आचार विचार व्यवहार क्या होना चाहिए, यह जरूरी है। सम्मानित होने वाले लोगों के नवाचार पर काम करें।
आज सोमवार 21 अप्रैल को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भोपाल के नरोन्हा प्रशासन अकादमी में आयोजित सिविल सेवा दिवस के समारोह में बोल रहे थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आजादी के बाद ऐसे प्रबंधन है जो दूरगामी तक प्रभाव छोड़ते हैं। भारत की आजादी के साथ भगवान ने कृपा की। सिविल सर्विस डे का बेहद महत्व है। चाणक्य ने चंद्रगुप्त को ढूंढा, प्रशासनिक दक्षता के आधार पर नन्द साम्राज्य को हटाया। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने बताया अचार विचार क्या होना चाहिए। एमपी का देश में बहुत बड़ा योगदान है।
नवाचारों को फॉलो करना चाहिए
सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि डिजिटल युग में चेक का महत्व है कि नहीं, पुरस्कार में बड़ा सा चेक दिया। उत्कृष्टता के पांचों क्षेत्र में पुरस्कार मिला। उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत किया है। यह भी कहा है कि जो अच्छे मॉडल है उन्हें अपनाया जाए, नवाचारों को फॉलो करना चाहिए।