जम्मू। जम्मू-कश्मीर के रामबन क्षेत्र में कुदरत ने कहर बरपा दिया है। शनिवार रात चली तेज हवाओं, भारी ओलों की बारिश और भूस्खलन के कारण तबाही मच गई। यही नहीं बारिश और भूस्खलन के बाद धर्मकुंड में रविवार सुबह अचानक आई बाढ़ में तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं करीब 100 लोगों को बचा लिया गया है। अचानक आई बाढ़ से कई घरों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा बाढ़ की वजह से दर्जनों लोग अपने घरों में फंस गए हैं। जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू टीम आॅपरेशन में जुटी हुई है।
बताया जा रहा है कि भारी बारिश के कारण नाले में पानी बढ़ गया और अचानक बाढ़ आ गई। ये पानी चेनाब पुल के पास धर्मकुंड गांव में घुस गया। गांव में पानी घुसने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। उधमपुर से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ। जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर बताया कि बीती रात रामबन क्षेत्र में भारी ओलों की बारिश, तेज हवाएं और कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ था। इस प्राकृतिक आपदा से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है और दुर्भाग्यवश तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि कुछ परिवारों को संपत्ति का नुकसान हुआ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रभावित परिवारों को सभी प्रकार की सहायता दी जा रही है, चाहे वह आर्थिक हो या कुछ भी हो। यदि जरूरत पड़ी तो सांसद निधि से व्यक्तिगत रूप से भी सहायता प्रदान की जाएगी।
कई घरों के नुकसान
प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव में घुसे बाढ़ के पानी ने 100 घरों को पूरी तरह से तोड़ दिया है, जबकि 25 से 30 घरों में आंशिक रूप से नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार, इलाके में पानी घुसने से कई लोग अपने-अपने घरों में फंस गए हैं, उन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू आॅपरेशन जारी है। रेस्क्यू टीम ने इलाके में अब तक 90 से 100 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। इसी बीच रामबन जिले के डिप्टी कमिश्नर ने खराब मौसम को देखते हुए लोगों सतर्क रहने की सलाह दी है। डिप्टी कमिश्नर एक्स पर पोस्ट साझा कर लिखा, रामबन जिले में खराब मौसम और भारी बारिश के मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षा सलाहों का पालन करने की सलाह दी जाती है।