सिंगरौली। विंध्य क्षेत्र के सिंगरौली में सोमवार की देर रात दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां के बस स्टैंड में खड़ी दो बसों में अचानक आग भड़क गई। इस हादसे में बस के अंदर सो रहा क्लीनिर जिंदा जल गया। हालांकि ड्राइवर और कंडक्टर अपनी जान बचाने में सफल रहे। बताया जा रहा बस में आग आग इतनी तेजी से भड़की कि क्लीनर को भागने का मौका नहीं मिला और जिंदा जल गया। घटना रात बजे की है। इस आगजनी में जनहानि के साथ मालिकों को भी लाखों का नुकसान हुआ है। सूचना पर फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस जल कर खंडहर बन चुकी थी।
ट्रैफिक थाना प्रभारी दीपेंद्र सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाया लेकिन तब तक दोनों बसें पूरी तरह जल चुकी थीं। आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि सबसे पहले विजय ट्रेवल्स की बस में आग भड़की थी। इसके बाद समीप ही खड़ी सिद्दीकी बस को चपेट में ले लिया। इस आगजनी में विजय बस के भीतर सो रहे कंडक्टर (खलासी) हरीश पनिका की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, सिंगरौली अंतरराज्यीय बस स्टैंड पर विजय ट्रैवल्स की और सिद्दीकी बस सर्विस की बस आसपास खड़ी थीं।
मृतक क्लीर की 2023 में हुई थी शादी
विजय ट्रैवल्स की जो बस हादसे का शिकार हुई, वह बैढ़न से छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के लिए चलती थी। रात करीब 9 बजे अंबिकापुर से चलकर बैढ़न आई थी। बस स्टैंड पर मौजूद लोगों ने बताया कि घटना के पहले जाहिद, काशी और हरीश ने मिलकर शराब पी थी। हरीश ने बस को धोया, फिर करीब 11 बजे तीनों खाना खाकर सो गए। हरीश पनिका (24) छत्तीसगढ़ में बलरामपुर के वाड्रफ नगर का रहने वाला था। साल 2023 में उसकी शादी हुई है। कोई संतान नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार कंडक्टर काशी बस में आगे, ड्राइवर जाहिद पीछे और क्लीनर हरीश बस के बीच वाली सीट पर सो रहे थे। रात करीब 12 बजे काशी की आंख खुली तो उसने बस में आग लगी देखी। वह घबराकर उठा और बाहर निकलने के लिए आवाज लगाई। काशी आगे वाले गेट से जबकि जाहिद पीछे वाले गेट से बाहर आ गए लेकिन हरीश नहीं निकल पाया और वह जिंदा जल गया।