नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हराने के लिए बना इंडिया गठबंधन अब पूरी तरह से बिखर चुका है। लगभग सभी पार्टियां ने एकला चलो की राह पर चल पड़ी है। ऐसा हाल ही में कुछ राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान देखने को भी मिला। वपक्षी गठबंधन ‘इंडिया ब्लॉक’ में बढ़ते मनमुटाव और आपसी विवादों पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने बड़ा बयान दिया है। सिब्बल ने एक बातचीत के दौरान कहा है कि विपक्षी गठबंधन को सार्वजनिक रूप से जनता के सामने खुद को बिखरा हुआ दिखाने के बजाय एकजुट मोर्चे के रूप में पेश करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि देशहित से जुड़े मुद्दों पर गठबंधन में शामिल सभी दलों की एक राय होनी चाहिए।
बातचीत में सिब्बल ने कहा कि कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया को सार्वजनिक तौर पर एकजुट दिखना चाहिए, न कि बिखरा हुआ जैसा कि वह आम तौर पर दिखाई देता है। सिब्बल ने कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल दलों को भविष्य के लिए एक सुसंगत नीति, वैचारिक ढांचे और कार्यक्रम की आवश्यकता है। इस दौरान कांग्रेस नेता ने विपक्षी गठबंधन के लिए एक औपचारिक ढांचे की वकालत की जिसमें प्रवक्ता हों जो गठबंधन के विचारों को सामने रख सकें। सिब्बल ने यह बयान पिछले कुछ महीनों में इंडिया गुट में पड़ी फूट को लेकर दिया। दरअसल दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और आप पार्टी ने एक-दूसरे पर कई आरोप लगाए थे। लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा के बढ़ते प्रभाव और हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में चुनाव जीतने के लिए विपक्षी ब्लॉक में एकजुटता की कमी सामने आई थी।
विवादों से विपक्षी एकता हुई कमजार
विधानसभा चुनावों में इंडिया के सहयोगी दलों के बीच हुई तकरार के बारे में जब सिब्बल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कहा कि इन विवादों से विपक्षी एकता कमजोर हुई है, लेकिन उन्हें विपक्षी गठबंधन के भविष्य पर विश्वास है। उन्होंने कहा कि समय आने पर पता चलेगा कि यह गठबंधन किस रूप में होगा। सिब्बल ने कहा- मैं राज्य स्तर या राष्ट्रीय स्तर की बात नहीं कर रहा हूं। देश हित के मुद्दों पर जिस तरह से विचार किया जाता है, उसमें सामंजस्य होना चाहिए। इसके लिए एक सिस्टम बनाना होगा, इंडिया ब्लॉक के प्रवक्ता इन बातों को आगे रखें। जब तक ऐसा नहीं होगा मुझे नहीं लगता कि यह बहुत प्रभावी ढंग से आगे बढ़ सकता है।
सिब्बल बोले- वक्फ बिल पर एनडीए दलों का रुख देखना होगा
संसद के चल रहे बजट सत्र के दौरान पेश किए जा सकने वाले वक्फ (संशोधन) विधेयक और विपक्ष के विकल्पों के बारे में पूछे जाने पर, सिब्बल ने कहा कि हमें यह देखना होगा कि एनडीए में शामिल बाकी दल इस मामले में क्या करने को तैयार हैं, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास बहुमत नहीं है। सिब्बल ने आगे कहा कहा कि बिहार में चुनाव होने वाले हैं। मुझे लगता है कि अगर वे विधेयक पेश करते हैं, तो उन्हें चिंता हो सकती है कि बिहार में चुनाव प्रक्रिया पर इसका क्या असर हो सकता है। फिलहाल हमें इंतजार करना होगा। देखते हैं आगे क्या होता है। हालांकि अगर विधेयक पारित हो जाता है, तो इसे चुनौती देने वालों के पास विकल्प उपलब्ध हैं।