पीथमपुर। राजधानी भोपाल के सीने में 40 साल तक दफन रहा यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को नष्ट करने की मुहिम आज शुरू हो गई है। पीथमपुर में स्थित रामकी कंपनी में यूका के जहरीले कचरे को जलाने का काम शुक्रवार दोपहर तीन बजे से शुरु हुआ। दो भस्मकों में 800 और 1200 डिग्री तापमान में कचरे को जलाया गया। तीन दिन में दस टन कचरा जलाया जाएगा।
कचरा जलाने का प्रोसेस शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे शुरू हुई थी। किया गया। इसके लिए पहले भस्मकों को 850 डिग्री तापमान तक गर्म किया गया। कचरा जलाने में लगे सभी कर्मचारी और मजदूर विशेष सुरक्षा उपकरणों से लेस रहे। तीन दिन में दस टन कचरा जलाया जाएगा। भस्मकों में जो राख बचेगी उसे पीथमपुर के ही रामकी प्लांट में लैंडफिल किया जाएगा। वहीं दूसरे चरण में 1100 से 1200 डिग्री तापमान पर कचरा जलेगा। इसके बाद तीसरी स्टेप में इसे गैस फ्लू ड्रायर में डाला जाएगा। बता दें कि तीन स्टेप में 30 टन कचरे को नष्ट किया जाएगा। इसके ट्रायल रन की रिपोर्ट हाईकोर्ट में प्रस्तुति की जाएगी।
मौके पर जिम्मेदार भी रहे मौजूद
मौके पर मध्यप्रदेश प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी, धार के जिला कलेक्टर प्रियंक मिश्र, एसपी मनोज कुमार सिंह समेत अन्य अफसर मौजूद रहे। स्वास्थ्य विभाग की टीम दो विशेषज्ञ डाक्टरों के साथ कंपनी परिसर के बाहर हैं। संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा कि कचरा जलाने के दौरान परिणामों का आंकलन किया गया। निष्पादन के दौरान कोई समस्या नहीं आई तो प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। हाईकोर्ट के निर्देशों में भी यही उल्लेख है।
सुरक्षा में तैनात रहे 650 जवान
फैक्ट्री परिसर के अंदर स्पेशल आर्म्ड फोर्स के 130 जवान तैनात हैं। परिसर के बाहर डीएसपी रैंक के अधिकारी भी हैं। आसपास के सभी रास्तों की नाकाबंदी की गई है। बिना पूछताछ किसी को भी कंपनी परिसर के पास जाने की इजाजत नहीं है। वहीं, पीथमपुर शहर में इंदौर देहात और धार जिले के 24 थानों के पुलिसकर्मी सुरक्षा-व्यवस्था संभाल रहे हैं। करीब 650 जवान शहर के अलग-अलग चौराहों, कॉलोनियों और तारपुरा गांव में मौजूद हैं। 10 से ज्यादा गाड़ियां शहर भर में गश्त कर रही हैं।