भोपाल। मध्यप्रदेश की धरती पर दो दिनों तक वैश्विक निवेशकों का महाकुंभ देखने को मिलेगा। ऐसा इसलिए की राजधानी भोपाल में 24-25 फरवरी को दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयाजित होने जा रही है। जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। इस समिट में देश-विदेश शीर्ष उद्योगपति, निवेशक और नीति-निर्माता शामिल होंगे। यही नहीं अकेले भारत के दिग्गज कंपनियों के 300 से अधिक अध्यक्ष, एमडी और सीईओ समिट शिरकत करेंगे।
समिट का उद्देश्य निवेशकों को प्रदेश की औद्योगिक क्षमताओं से अवगत कराते हुए, राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश को एक फेवरेट इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करना है। समिट का शुभारंभ 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भोपाल के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में करेंगे। शुभारंभ कार्यक्रम सुबह 10:00 बजे से 11:15 बजे तक चलेगा। भोपाल जीआईएस का समापन समारोह 25 फरवरी को गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में शाम 4:30 से 6:00 बजे तक आयोजित होगा।
समिट में भारत के यह दिग्गज होंगे शामिल
समिट में भारत के गौतम अडानी, कुमार मंगलम बिरला, संजीव पुरी, नादिर गोदरेज, अश्विनी अरोडा दावत फूडस रघुपति सिंघानिया, सीएमडी जेके टायर बालकृष्ण गोयनका अध्यक्ष, वेल्सपेन वर्ल्ड, सुनील बजाज कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य बिडला, सतीश पई एमडी हिंलातकों इंडस्ट्री, एम के अग्रवाल, एमडी ग्रासिम इंडस्ट्री कैलाश झावर, एमडी अल्ट्राटेक सीमेंट, बाबा एन कल्याणी, सीएमडी भारत फोर्स लिमिटेड, चंद्रजीत बनर्जी, डीजीसीआईआई, कार्तिक भारत राम, संयुक्त एमडीएसआरएफ लिमिटेड, आंद्रे एक होल्ट एमडी हेटिच इंडिया प्रायवेट लिमिटेड, राघवपत सिंघानिया, एमडी जेके सीमेंट, विनोद अग्रवाल, एमडी एवं सीईओ वी कमार्शियल व्हीकल्स, पुनीत डालमिया सीईओ डालमिया सीमेंट जैसे 300 उद्योपति शामिल होंगे।
समिट में 31 हजार से अधिक प्रतिनिधियों ने कराया पंजीयन
कुल 31 हजार 659 से अधिक प्रतिभागियों ने विभिन्न श्रेणियों में पंजीकरण कराया है। इसमें उद्योग जगत के लगभग 3 हजार 903 विशेष आमंत्रित एवं डेलीगेट्स 8046 रहेंगे। इसमें 300 से अधिक गेस्ट आॅफ आॅनर, 133 अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिभागी 3398 स्टार्ट-अप्स के प्रतिनिधि, 562 एनआरआई एवं मध्यप्रदेश प्रवासी, विभिन्न उद्योग संघों के 249 प्रतिनिधि और विभिन्न सत्रों एवं विभागीय समिट्स में 10491 प्रतिभागी शामिल होंगे।
इन देशों के दिग्गज जीआईएस में करेंगे शिकरत
भोपाल जीआईएस में 60 से अधिक देशों के राजनयिक प्रतिनिधि, उच्चायुक्त, काउंसल जनरल और अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इसमें प्रमुख भागीदार देशों में जापान, जर्मनी, इंग्लैंड, कनाडा, आॅस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर शामिल हैं। जीआईएस में मेक्सिको, ब्राजील, अजेर्टीना, पेरू, अंगोल, बुर्किनाफांसो, मोरक्को, मोल्दोवा, नेपाल और जिम्बाम्बे के राजदूत, आस्ट्रेलिया, श्रीलंका, फिजी, जमैका, लेसोथो, रवांडा, सेशेक्स और युगांडा के उच्चायुक्त, यूके, कनाडा, नीदरलैंड, पौलैंड ताइवान, दक्षिण अफ्रिका, कोरूटारिका, पनामा, मैक्सिको, टोगो, स्लोवेनिया के वरिष्ठ राजनयिक बुलगारिया, जिबूती, अल्बानिया, तुबालु हैती, म्यांमार, पलाऊ पौलेंड, दक्षिण कोरिया, रोमानिया और उज्बेकिस्तान के ओनोरेरी कौंसल शामिल है।