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मॉक ड्रिल से सामने आई कमजोरी: मप्र में सतर्क करने वाला सायरन हुआ कमजोर,अब नया सिस्टम लगेगा

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भोपाल। हाल में माक ड्रिल के समय यह तथ्य उभरा था कि राजधानी भोपाल में लोगों को सायरन ही सुनाई नहीं दे रहा, इसकी वजह दशकों पुराना सायरन सिस्टम रहा, अब आकार में बढ चुके शहर में युद्ध या आपात स्थिति में लोगों को सतर्क करने के लिए भोपाल में नया सायरन सिस्टम लगाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। अब सायरन शहर के प्रमुख स्थानों और बाजारों में लगाया जाएगा। इसका पूरा कंट्रोल प्रशासन के पास होगा। यह सिस्टम कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जुड़ा रहेगा। मॉक ड्रिल में सभी इलाकों में सायरन नहीं सुनाई देने की बात सामने आने के बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा है कि अब इस पर पुलिस कमिश्नर से बैठक कर जल्द निर्णय होगा।

दरअसल, भोपाल में 1971 में पाक से युद्ध के समय लगाया गया सायरन सिस्टम अब के हिसाब से कमजोर हो चुका है। अब नया सायरन सिस्टम पूरे शहर में एक साथ आॅपरेट हो सकेगा। इससे एक सेकंड में ही लोगों को इमरजेंसी की सूचना मिल जाएगी। लोगों को जागरुक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। स्कूल-कॉलेज में छात्र-छात्राओं को सायरन का मतलब और व्यवहार की जानकारी दी जाएगी। मॉक ड्रिल में कई जगह लाइट बंद नहीं हुई। इसलिए सिस्टम को और बेहतर बनाया जाएगा। भेल और अन्य फैक्ट्रियों को भी सायरन सिस्टम से जोड़ा जा सकता है। इसके साथ आईटीएम के पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम का भी उपयोग किया जाएगा। स्कूल-कॉलेज में इसके लिए जागरुकता अभियान भी चलाया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि कल फिर पाकिस्तान से भड़के तनाव के बीच राजधानी में रात 12 बजे अलर्ट कर दिया गया। एयरपोर्ट सहित शहर के 30 पॉइंट पर पुलिस बल तैनात किया गया। शहर के प्रमुख चौराहे, वीवीआईपी इलाकों को कवर किया गया है। यह जवान हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। शाम को शहर के एंट्री पॉइंट पर चेकिंग शुरू कर दी गई। शहर में प्रवेश करने वाले हर वाहन की तलाशी ली गई। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने कहा कि संदेह होने पर संबंधित व्यक्ति की चेकिंग की जा रही है। जरूरत पड़ने पर पूछताछ भी की जा सकती है। वहीं, पुलिस कंट्रोल रूम में बैठे जवान सीसीटीवी कैमरों के जरिए हर स्थिति पर निगाह बनाए हैं। इससे पहले पुलिस अधिकारियों की एक बैठक भी हुई। इसमें आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। कल मुस्तैदी का यह आलम रहा कि एयरपोर्ट पर गाड़ी के अंदर सामान तक की जांच की गई। शहर पुलिस ने शहर के वीआईपी, व्यस्ततम और संवेदनशील इलाकों और चौराहों को चिह्नित किया है। बीती रात 11 बजते-बजते लगभग हर चौराहे पर 4 से 5 पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया था। एयरपोर्ट रोड पर पुलिस ने आने-जाने वाले हर वाहन को रोककर चेकिंग की। रेलवे स्टेशन और बस अड्?डों जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

लाइट बंद नहीं करने वाले चिह्नित
बताया जाता है कि बुधवार को हुई ब्लैक आउट मॉक ड्रिल में कई कमियां सामने आई थीं। पुलिस ऐसे लोगों को चिह्नित कर रही है, जिन्होंने ब्लैक आउट में लाइट बंद नहीं की। इस मॉक ड्रिल के समय पुलिस ने 34 थानों के बल को अलग-अलग जगह तैनात किया था। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हकीकत जानने के लिए कई जगह ड्रोन उड़ाए गए थे। इससे उन लोगों को चिह्नित किया गया है, जिन्होंने लाइट बंद नहीं की। इन सभी को समझाइश देने के साथ सिविल डिफेंस का महत्व बताया जाएगा। पुलिस के पास मौजूद फोटो में सबसे ज्यादा दुकानों के बाहर लगे बोर्ड जलते मिले हैं। लोग सड़कों पर लाइट जलाकर वाहन भी चलाते रहे। अब इन सभी को बताया जाएगा कि दोबारा ऐसा हुआ तो कार्रवाई होगी।

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