कोरोना की जंग में भारत को अमेरिका का मिल रहा साथ, एस जयशंकर ने कही ये बात
वॉशिंगटन। कोरोना (corona) की लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है, वह हर मोर्चे पर सहयोग कर रहा है। अमेरिका के दौरे पर पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S. Jaishankar ) ने हाउस इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्षों, डेमोक्रेटिक पार्टी के कांग्रेसी ब्रैड शेरमेन (Sherman) और रिपब्लिकन पार्टी के कांग्रेसी स्टीव चाबोट (Steve chabot) के साथ भी बातचीत की। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘ भारत कोविड की चुनौती का सामना कर रहा है ऐसे में हमें अमेरिकी कांग्रेस का हमेशा अच्छा समर्थन मिला है। सभी चार अमेरिकी सांसद भारत-अमेरिका संबंधों के प्रबल समर्थक रहे हैं।’
गुरुवार को उन्होंने डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के कई सांसदों से कोरोना के वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) को लेकर बातचीत की। इसके अलावा इन सबसे क्वाड पर भी चर्चा की गई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को अमेरिकी कंपनियों के प्रमुख सदस्यों से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान उन्हें अमेरिकी कंपनियों की तरफ से भारत को भेजी जा रही कोविड-19 राहत सहायता के बारे में जानकारी दी गई। अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) ने ट्वीट में कहा, मंत्री जयशंकर को अमेरिकी कंपनियों द्वारा भारत को दी जा रही कोविड-19 राहत सहायता के बारे में जानकारी दी गयी।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कांग्रेस की ग्रेगरी मीक्स और माइकल मैककॉल (Gregory Meeks and Michael McCall) से बातचीत की. ग्रेगरी हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के अध्यक्ष हैं और इसके रैंकिंग सदस्य भी है। इन दोनों से मुलाकात के बाद जयशंकर ने कहा, ‘क्वाड से संबंधित घटनाक्रम और टीकों पर सहयोग को लेकर चर्चा की। मजबूत संबंध बनाने पर भी बातचीत हुई।’ तीन दिन की यात्रा के दौरान जयशंकर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ( Lloyd Austin) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन (jake sullivan) से सहित बाइडन प्रशासन के अन्य प्रमुख सदस्यों से मुलाकात करेंगे।
ये है क्वाड के मायने
बता दें क्वाड का मतलब क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग है। ये जापान, ऑस्ट्रेलिया, भारत और अमेरिका के बीच एक बहुपक्षीय समझौता है। मूल रुप से ये इंडो-पैसिफिक स्तर पर काम कर रहा है, ताकि समुद्री रास्तों से व्यापार आसान हो सके। इसके अलावा वैक्सीन के सहयोग को लेकर भी बातचीत हुई। विदेश मंत्री बुधवार को तीन दिवसीय यात्रा पर वॉशिंगटन पहुंचे। बाइडेन प्रशासन में भारत की तरफ से ये केबिनेट स्तर के मंत्री की पहली यात्रा है।