कमजोर नहीं पड़ी कांग्रेस, सर्वे में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने कमर कसना शुरू कर दिया है। लगातार तीसरी बार सत्ता की चाबी हासिल करने के लिए बीजेपी कड़ी जोर आजमाइश में लगी हुई है।
प्रमुख खबरें : लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने कमर कसना शुरू कर दिया है। लगातार तीसरी बार सत्ता की चाबी हासिल करने के लिए बीजेपी कड़ी जोर आजमाइश में लगी हुई है। वहीं राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा की वजह से कांग्रेस को सफलता मिलने की पूरी उम्मीद है। इस बीच सर्वे में भी ये बात सामने आ रही है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बढ़त हासिल जरूर होने वाली है।
कांग्रेस नहीं पड़ रही कमजोर
इस सर्वे में लोगों से चुनाव को लेकर सवाल पूछे गए थे। जिसमें हालांकि फिर से बीजेपी की सरकार ही बनती हुई नजर आ रही है, लेकिन फिर भी इन आकंडों के मुताबिक कांग्रेस कहीं से भी कमजोर नहीं नजर आ रही है। जिसकी वजह से ये आंकड़े पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के लिए परेशानी बढ़ाने वाले हो सकते हैं।
यूपीए की बढ़ रही सीटें, तो किसका हो रहा नुकसान?
इस सर्वे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। इसी साल जनवरी महीने में आए इस सर्वे में एनडीए को 298 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है। वहीं यूपीए के खाते में 153 सीटें जाती दिख रही हैं। वहीं, साल 2022 के जनवरी महीने में भी इस एजेंसी ने ऐसा ही एक सर्वे किया था। जिसमें एनडीए को 296 सीटें और यूपीए को 127 मिलती हुई नजर आई थीं। इस सर्वे में अन्य को 120 सीटें दी गई थीं।
यूपीए को 26 सीटों की बढ़त हासिल
साल 2022 के सर्वे से तुलना की जाए, तो यूपीए को 26 सीटों की बढ़त मिलती दिख रही है। इसका सीधा नुकसान अन्य को हो रहा है। इस सर्वे में अन्य का मतलब क्षेत्रीय दलों और निर्दलीयों से है, जो एनडीए और यूपीए का हिस्सा नहीं हैं। हालांकि, एनडीए की सीटों में बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। एक साल बाद हुए सर्वे में एनडीए को महज 2 सीटों की ही बढ़त मिलती दिख रही है।
अन्य को 28 सीटों का नुकसान
इस सर्वे में सबसे ज्यादा नुकसान अन्य को होता दिख रहा है। साल 2022 में अन्य के खाते में 120 सीटें जाती दिख रही थीं। जो साल 2023 में हुए सर्वे में 92 सीटों पर पहुंच गई हैं। इस हिसाब से अन्य को 28 सीटों का नुकसान हो रहा है। जिसका फायदा सीधे तौर पर कांग्रेस को मिलता दिख रहा है।
यूपीए के वोट शेयर से किसकी बढ़ी परेशानी?
हालिया सर्वे के अनुसार, अगर आज चुनाव होते हैं, तो NDA को 43 फीसदी वोट शेयर मिलेगा। वहीं, यूपीए को 30 फीसदी और अन्य को 27 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं, साल 2022 के जनवरी महीने में हुए सर्वे में NDA का वोट शेयर 41 फीसदी और UPA का वोट शेयर 27 फीसदी था। दोनों सर्वे के आंकड़ों की तुलना की जाए, तो साफ नजर आता है कि 3 फीसदी लोगों का रुझान यूपीए की ओर बढ़ा है।
अन्य को सबसे ज्यादा नुकसान
यहां भी सबसे ज्यादा नुकसान अन्य के खाते में ही जाता नजर आ रहा है। बीते साल हुए सर्वे में अन्य को 32 फीसदी लोगों ने अपनी पसंद बताया था। वहीं, हालिया सर्वे में अन्य का वोट शेयर घटकर 27 फीसदी पहुंच सकता है. हालांकि, पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता लगातार बरकरार है। इस सर्वे में देश के अब तक के सबसे बेहतर प्रधानमंत्री के सवाल पर 47 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताया था।
वहीं, 16 फीसदी लोगों ने अटल बिहारी वाजपेयी, 12 फीसदी लोगों ने इंदिरा गांधी और 8 फीसदी लोगों ने डॉक्टर मनमोहन सिंह को अपनी पसंद बताया था।