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जो बाइडेन ने जांच एजेंसियों से क्यों कहा, कोरोना वायरस जानवर से फैला या किसी प्रयोगशाला से?

वॉशिंगटन। जिस कोरोना वाइरस (Corona virus ) ने पूरी दुनिया में लाखों लोगों की जानें ली, उसके बारे में अब तक रहस्य सुलझ नहीं पाया है। अमेरिका ने एक बार फिर चीनी पर शक जताया है और रहस्य से पर्दा उठाने के लिए अमेरिका प्रेसिडेंट जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने जांच एजेंसियों से कहा है कि पता करें कि ये वायरस जानवर से फैला या किसी प्रयोगशाला से, इस बारे में स्पष्ट जांच की जाए।

बाइडेन ने जांच एजेंसियों  को चीन की वुहान लैब (Wuhan Lab of China) से वायरस निकलने की आशंका को लेकर भी जांच करने को कहा है। उन्होंने इस जांच की रिपोर्ट 90 दिनों के अंदर मांगी है। बाइडेन ने जांच में अंतर्राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं को मदद करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने इंटरनेशनल कम्युनिटी (International community) से जांच में सहयोग करने की अपील की है।

बाइडेन ने कहा, ‘अमेरिका दुनियाभर में उन देशों के साथ सहयोग जारी रखेगा, जो वायरस की जांच सही ढंग से कराना चाहते हैं। इससे चीन पर पारदर्शी और अंतर्राष्ट्रीय जांच में भाग लेने का दबाव डालने में आसानी होगी। बाइडेन का बयान उस वक्त सामने आया है, जब अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फॉसी ( Doctor Anthony Fauci) ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) से कोरोना की उत्पत्ति को लेकर जांच आगे बढ़ाने की मांग की है।





चीन पर बढ़ता जा रहा दबाव
अमेरिका कोरोनावायरस की जांच के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है। कोरोनावायरस टास्क फोर्स के चीफ डॉक्टर एंथनी फौसी  (Doctor Anthony Fauci) ने कुछ दिनों पहले इशारों में कहा था कि कोरोनावायरस की शुरूआत की जांच की जानी चाहिए और इस मामले में किसी थ्योरी को खारिज नहीं किया जा सकता। इसके पहले ऑस्ट्रेलियाई सरकार के एक मंत्री ने भी इसी तरह का बयान दिया था।

कुछ दिन पहले वीकेंड ऑस्ट्रेलियाई ने भी एक एक्सपर्ट के हवाले से कहा था कि चीन 2015 से जैविक हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है और उसकी मिलिट्री भी इसमें शामिल है। इस एक्सपर्ट ने शक जताया था कि लैब में रिसर्च के दौरान गलती से यह वायरस लीक हुआ। इसके बाद अमेरिकी अखबार द वॉल स्‍ट्रीट जर्नल  ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा- चीन वायरस की जो थ्योरी बताता है, उस पर शक होता है, क्योंकि नवंबर 2019 में ही वहां वुहान लैब के तीन वैज्ञानिकों में इसके लक्षण पाए गए थे और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।





ट्रंप ने कहा था चीनी वाइरस
डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) जब राष्ट्रपति थे, तब उन्होंने कई बार सार्वजनिक तौर पर कहा था कि कोरोनावायरस को चीनी वायरस कहा जाना चाहिए, क्योंकि यह चीन से निकला और चीन ने ही इसे फैलाया। ट्रम्प ने तो यहां तक दावा किया था कि अमेरिकी जांच एजेंसियों के पास इसके सबूत हैं और वक्त आने पर इन्हें दुनिया के सामने रखा जाएगा। हालांकि, ट्रम्प चुनाव हार गए और मामला ठंडा पड़ गया। अब बाइडेन के सख्त रुख ने चीन और WHO की मुश्किलें फिर बढ़ा दी हैं।

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