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मोदी के किस मंत्री को तोता बोला नाराज किसान नेता ने

ताजा खबर: मेरठ। केन्द्र सरकार (central government) द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों (three agricultural laws) की मांग पर अड़े किसानों ने एक बार फिर अपनी ताकत का एहसास कराने गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर ट्रैक्टर ट्रॉलियों को लेकर हजारों किसान निकल पड़े हैं। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत (National President Naresh Tikait) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को अपनी जिद छोड़नी होगी, बीच के रास्ते हमेशा खुले रहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि देश का किसान इतना कमजोर नहीं है कि सरकार के सामने झुक जाएगा। सरकार ने कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) को पिंजरे वाला तोता (caged parrot) बना लिया है, अगर उन्हें पूरे अधिकार दे दिए जाएं तो तत्काल फैसला हो सकता है।

नरेश टिकैत ने कहा गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले कई महीनों से हमारे राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (National spokesperson Rakesh Tikait) के नेतृत्व में कृषि कानून के विरोध में धरना चल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि कानूनों के वापसी न होने पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकतर टोल प्लाजा (toll plaza) पर धरना दे रखा है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि किसानों ने अपनी ताकत का एहसास कराने के लिए ट्रैक्टर रैली (tractor rally) निकाली है। रैली का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि रैली निकालने के पीछे कोई खास मकसद नहीं है। रैली तो निकलती ही रहेगी। उन्होंने कहा अभी मुजफ्फरनगर व सहारनपुर से ट्रैक्टर रैली निकाली गई है। अब शनिवार व रविवार को शामली, बागपत, हापुड़, गाजियाबाद आदि जिलों से ट्रैक्टर रैलियां निकाली जाएंगी और गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचेंगे।




उन्होंने कहा कि सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है। देश का किसान भी कमजोर नहीं है। हमेशा बातचीत के लिए बीच के रास्ते खुले हुए हैं। लेकिन सरकार को अपनी जिद छोड़कर किसानों से माफी मांगनी होगी। नरेश टिकैत ने कहा कि कृषि मंत्री अच्छे हैं, हम उन्हें गलत नहीं कहते। उन्हें पिंजरे का तोता बना रखा है, राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) उन्हें अधिकार दें। यदि उन्हें अधिकार दें तो फैसला हो जाएगा। सरकार में भी सभी लोग अच्छे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), अमित शाह (Amit Shah) भी अच्छे हैं, पर उनकी सोच गलत है। उन्होंने किसानों को भटका दिया है, जिस कारण भाजपा की नाव डूबने की कगार पर है। सरकार को लगता है कि कृषि कानून से बड़ी कोरोना महामारी (Corona Pandemic है तो सरकार कानून वापस लेकर किसानों को घर भेज दे। यदि सरकार उनकी नहीं सुनती तो धरना जारी रहेगा।

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