धर्म
गाय को लेकर क्या कहती है गरुड़ पुराण?, दर्शन मात्र से मिलता है इतना लाभ
गरुड़ पुराण में जन्म से लेकर मृत्यु तक का पूरा सार मिलता है। इतना ही नहीं मृत्यु के बाद आत्मा को किन-किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। इसके बारे में भी गरुड़ पुराण में जिक्र किया गया है।

धर्म डेस्क : हिंदू धर्म में कुल 18 महापुराणों में धर्म का पूरा सार मिलता है। उन्हीं में से एक है गरुड़ पुराण। गरुड़ पुराण में जन्म से लेकर मृत्यु तक का पूरा सार मिलता है। इतना ही नहीं मृत्यु के बाद आत्मा को किन-किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। इसके विषय में भी विस्तारपूर्वक बताया गया है। गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का ऐसा ग्रंथ है जो भगवान श्री हरि विष्णु के ज्ञान और भक्ति पर आधारित है। इसलिए हर व्यक्ति को गरुड़ पुराण में बताई गई बातों को जरूर जानना चाहिए। इससे व्यक्ति का जीवन उपयोगी और बेहतर बनता है।
गुरुड़ पुराण में गाय से जुड़ी ऐसी शुभ चीजों के बारे में बताया गया है। जिसके दर्शन मात्र से ही व्यक्ति को पूजा और पुण्यफल के समान फल की प्राप्ति हो जाती है। जानते हैं क्या है वो शुभ चीजें।
गाय से जुड़ी इन चीजों के दर्शन होते हैं शुभ
- गौशाला: गरुड़ पुराण में बताया गया है कि यदि किसी व्यक्ति को गौशाला दिख जाए तो यह बहुत शुभ होता है। इसका यह अर्थ होता है कि उस व्यक्ति को शीघ्र ही शुभ फल की प्राप्ति होने वाली है।
- गाय के पैर: हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय माना गया है और देवी-देवताओं के समान गाय की भी पूजा की जाती है। गरुड़ पुराण में भी गाय के महत्व के बारे में बताया गया है। इसमें कहा गया है कि गौ माता के पैरों के दर्शन करना तीर्थ दर्शन के समान होता है। यदि आप गाय के खुरों के दर्शन करते हैं तो इससे भी पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
- गाय का दूध- अन्य पशुओं की अपेक्षा गाय के दूध को पवित्र माना गया है। पूजा-पाठ में भी गाय के दूध का ही प्रयोग किया जाता है। मनुष्यों के लिए भी गाय का दूध अमृत के समान होता है। गरुड़ पुराण के अनुसार गाय के दूध के दर्शन मात्र से ही शुभ फल की प्राप्ति होने लगती है। इससे पूजा-पाठ करने जैसे फल की प्राप्ति होती है।
- गोमूत्र: गोमूत्र को बहुत शुद्ध माना गया है। गरुड़ पुराण में गोमूत्र की शुद्धता, पवित्रता और महत्व के बारे में बताया गया है। इसके अनुसार गोमूत्र के दर्शन से व्यक्ति को पुण्यफल की प्राप्ति होती है।