भोपालमध्यप्रदेश

रुठे गगनेन्द्र को मनाने सतना पहुंचे विजयवर्गीय, कांग्रेस को बताया रिजेटेड पार्टी

सतना। सत्ता में फिर से काबिज होने भाजपा के ख्वाब को बागी पानी फेर सकते हैं। ऐसे में जनधार वाले बागी नेताओं के मान – मनौव्वल का दौर शुरू हो गया है। इन बागियों को मनाने की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अपने हाथ में ले रखी है। इसी कड़ी में गुरूवार को सतना पहुंचे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नागौद से पार्टी के बागी नेता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र प्रताप सिंह के साथ तीन दौर की मंत्रणा की। इसमें से दो बार अकेले में तो एक बार सामूहिक तौर पर चर्चा कर गगनेन्द्र सिंह को मनाने का प्रयास किया गया।

अकेले में दो दौर की चर्चा के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भी कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का सतना में कोई कार्यक्रम नहीं था वे पार्टी की उपेक्षा से नाराज चल रहे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र प्रताप सिंह को मनाने ही सतना आए थे, वे अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं यह तो अगले एक – दो दिनों में साफ हो पाएगा, बहरहाल पार्टी के जनाधार वाले नेता गगनेन्द्र प्रताप सिंह की नाराजगी को दूर करने के प्रयासों में नगर निगम के पूर्व स्पीकर अनिल जयसवाल ने भी अहम भूमिका निभाई है। इस पूरे घटना क्रम में जयसवाल एक तरह से मध्यस्त की भूमिका में नजर आए।

दोनों छोटे भाई, पार्टी के लिए करेंगे काम
भाजपा कार्यालय में पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व महापौर योगेश ताम्रकार, पार्टी के जिला अध्यक्ष सतीश शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष रामदास मिश्रा, पूर्व स्पीकर अनिल जयसवाल, जिला महामंत्री ऋषभ सिंह की मौजूदगी में आयोजित बैठक के दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र प्रताप सिंह और पूर्व मंत्री स्वर्गीय जुगुल किशोर बागरी के बेटे और पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष पुष्पराज बागरी को अपना छोटा भाई बताते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ये दोनों पार्टी के सच्चे सिपाही हैं और कोई ऐसा काम नहीं करेंगे जिससे पार्टी को नुकसान हो,दोनों की नारजगी को दूर कर लिया जाएगा और दोनों पार्टी के लिए काम करेंगे। इस बीच श्री विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस एक रिजेक्टेड पार्टी है उसे जनता और उसके नेता स्वयं रिजेक्ट कर चुके हैं। उन्होने कमलनाथ पर झूठ के दम पर सत्ता हासिल करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व सीएम कमलनाथ ने अब तक नौ सौ वायदे किए हैं जिसमें से नौ भी पूरे नहीं हुए हैं।

कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद ही अंतिम निर्णय
पार्टी कार्यालाय में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा चुनाव न लड़ने के लिए मनाने के प्रयासों के दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि मेरे लिए मेरे समर्थक और कार्यकर्ता साथी सर्वोपरि हैं। इन्हीं के समर्थन से मैने चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है और आगे का और अंतिम निर्णय समर्थकों से चर्चा के बाद ही ले पाउंगा।

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