मध्यप्रदेश की टीम में रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के दलनायक अविनाश चौहान का चयन टीम लीडर के रूप में हुआ। मध्यप्रदेश की टीम ने प्राचीन नगर उज्जयिनी के बाबा महाकाल की सवारी तथा शिव बारात निकालकर मध्यप्रदेश की संस्कृति का परिचय कराया। इसके अलावा भील व अन्य आदिवासी नृत्यों की भी प्रस्तुत दी गई।
भोपाल – पानी इस पृथ्वी पर जीवन के सबसे आवश्यक तत्वों में से एक है। बिना पानी के पृथ्वी पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। परंतु वर्तमान समय के बाजारवादी युग में मनुष्य पानी के स्रोतों को निरंतर उजाड़ता जा रहा है। यही कारण है कि प्रत्येक वर्ष हमारे देश में गर्मियों में पानी की किल्लत हिंसा एवं खून-खराबे का कारण बन जाती है। किसी विद्वान ने कहा भी था कि तीसरा विश्व युद्ध पानी को लेकर होगा। ऐसे में भूगर्भ जल के संरक्षण एवं पुनर्भरण हेतु राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा अपने गोद ग्राम चांदला खेड़ी में शासकीय प्राथमिक स्कूल एवं ग्राम के शिव मंदिर परिसर में सोख्ता गड्ढों का निर्माण किया गया। यूथ लीडर शबनम कुमारी के नेतृत्व में लगभग 35 स्वयंसेवक स्वयंसेविकाओं ने ‘नौजवान आओ ये, नौजवान गाओ रे’ तथा ‘जय जगत पुकारे जा’ जैसे आह्वान एवं प्रेरणा गीत गाते हुए तथा ‘जल है तो कल है, नारा यह अटल है’, ‘पानी जो बचाएगा, समझदार कहलायेगा’, ‘बूंद-बूंद पानी देता है जिंदगानी’ जैसे जल संरक्षण से संबंधित नारे लगाते हुए सोख्ता गड्ढे बनाए। राष्ट्रीय सेवा योजना के इस प्रयास की गांववासियों द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गई। इस अवसर पर दलनायक अविनाश चौहान ने स्वयंसेवकों को जल के महत्व के बारे में बताया गया। कार्यक्रम में मुख्य भूमिका दलनायिका चित्रांशी मीना, स्टेट केंपर जन्नत, इंद्र डेहरिया, ज्योति जाटव, भास्कर विग, राजू खान, गुड्डू कुमार, शिवम् कुमार, प्रिंस, दीक्षा पटेल, मोना लोधी, अवीनाश कुमार इत्यादि की रही।
राष्ट्रीय एकता शिविर हरियाणा में किया मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व
भारत सरकार के निर्देशानुसार भारत की एकता और अखंडता को बढ़ावा देने तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान के उद्देश्य से बावल हरियाणा में राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में भारतभर से कुल 10 राज्यों के चयनित स्वयंसेवक छात्र छात्राओं ने सहभागिता की। इसी के अंतर्गत मध्यप्रदेश की टीम में रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के दलनायक अविनाश चौहान का चयन टीम लीडर के रूप में हुआ। मध्यप्रदेश की टीम ने प्राचीन नगर उज्जयिनी के बाबा महाकाल की सवारी तथा शिव बारात निकालकर मध्यप्रदेश की संस्कृति का परिचय कराया। इसके अलावा भील व अन्य आदिवासी नृत्यों की भी प्रस्तुत दी गई। अविनाश की इस उपलब्धि पर कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ बरकतउल्ला विश्वविद्यालय डॉ अनंत कुमार सक्सेना, ईटीआई प्रशिक्षक राहुल सिंह परिहार, जिला संगठक डॉ आर एस नरवरिया तथा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया तथा कुलसचिव विजय सिंह एवं उपकुलसचिव समीर चौधरी ने हार्दिक बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम अधिकारी डॉ रेखा गुप्ता एवं गब्बर सिंह ने इसे सकारात्मक सोच के साथ किए गए समाजसेवा के कार्यों का नतीजा बताया।
इन्होंने भी दीं बधाईयां