संसद में सोनिया गांधी – अनुराग ठाकुर के बीच वार – पलटवार, इस मुद्दे पर दोनों के बीच हुई तकरार
नई दिल्ली – महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना यानि मनरेगा पर लोकसभा में चर्चा हुई। दरअसल, लोकसभा में सोनिया गांधी ने मनरेगा पर बोलते हुए कहा कि अभी से कुछ साल पहले मनरेगा योजना का मजाक उड़ाया जाता था। लेकिन कोविड के समय मनरेगा योजना की मदद से जरुरतमंदों को मदद हो सकी थी। गांधी ने कहा कि यह योजना मजूदरों के बेहतर भविष्य के लिए एक बड़ा कदम है।
मेरा केंद्र सरकार से आग्रह – सोनिया गांधी
लोकसभा में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से आग्रह करती हूं कि मनरेगा के लिए उचित आवंटन किया जाए। काम के 15 दिनों के भीतर कामगारों को मज़दूरी का भुगतान सुनिश्चित हो। साथ ही मजदूरी भुगतान में देरी की स्थिति में कानूनी तौर पर मुआवज़े का भुगतान सुनिश्चित हो। इसके साथ ही राज्यों की वार्षिक कार्य योजनाओं को बिना किसी देरी के तुरंत निर्धारित किया जाए। लोकसभा में सोनिया गांधी के द्वारा उठाए गए मुद्दे को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जबाव दिया।
सोनिया गांधी के सवाल का अनुराग ठाकुर ने दिया जबाव
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोनिया गांधी द्वारा उठाए गए मनरेगा के मुद्दे पर लोकसभा में प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि – यूपीए के समय में जो बजट होता था उतना भी खर्च नहीं होता था। लेकिन आपदा के समय मोदी सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बजट का प्रावधान किया। हमने जियोटैगिंग शुरु की और इस पर कार्रवाई करने का काम किया। आज बटन दबाने से मनरेगा मजदूरों के खाते में पैसा जाता है। हमारे द्वारा मजदूरों के विकास के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही है। मोदी सरकार का केवल एक ही उद्देश्य है कि कैसे भी जरुरतमंदों को विकास और बुनियादी सुविधाएं मुहैया करा सकें।