अखिलेश की भाजपा को नसीहत: नेतृत्व परिवर्तन की झंझट से बचने योगी को भेजे उत्तराखंड
ताजा खबर: लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष (President of Samajwadi Party) और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Former Uttar Pradesh Chief Minister Akhilesh Yadav) ने रविवार को उत्तराखंड (Uttarakhand) और उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) में बेरोजगारी और बदहाली unemployment and poverty() का आरोप लगाते हुए भाजपा नेतृत्व BJP leadership() को नसीहत दी कि BJP की राजनीति की बेहतरी और दोनों राज्यों में स्थिरता की बहाली के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को उत्तराखंड स्थानांतरित (transferred to Uttarakhand) कर दिया जाए ताकि वहां रोज-रोज नेतृत्व परिवर्तन के झंझट से मुक्ति मिल सके।
सपा मुख्यालय से रविवार को जारी बयान में अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों राज्यों में डबल इंजन यार्ड में खड़ा जंग खा रहा है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के कारण लोकतंत्र चोटिल हुआ है और उत्तराखंड में लोकतंत्र अस्थिरता का शिकार हो गया है। यादव ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसे में अच्छा होगा कि भाजपा की राजनीति की बेहतरी और दोनों राज्यों में स्थिरता की बहाली के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को उत्तराखंड स्थानांतरित कर दिया जाए ताकि वहां रोज-रोज नेतृत्व परिवर्तन (leadership change) के झंझट से मुक्ति मिल सके।
SP प्रमुख ने दावा किया, सच तो यह है कि उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र चाहे पाताल में समा जाए, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व यहां मुख्यमंत्री बदलने की हिम्मत नहीं जुटा सकता है। जनता में भाजपा सरकार (BJP government) के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है। दोनों राज्यों में पलायन की समस्या समान रूप से गंभीर है। कानून व्यवस्था (Law and order) में गिरावट और राजनीतिक तिकड़मबाजी के चलते दोनों राज्यों में न तो पूंजी निवेश हो रहा है और न हीं नए उद्योग धंधे लग रहे हैं। उन्होंने कहा, भाजपा की नीतियों से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों में बेरोजगारी में लगातार वृद्धि हो रही है और जब से भाजपा सत्तारूढ हुई तब से विकास अवरुद्ध है।
दोनों राज्यों में महंगाई और भ्रष्टाचार का बोलबाला है, स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल (health services poor) हैं। महिलाओं का सम्मान के साथ जीना दूभर हो गया है। दोनों प्रदेशों में किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। व्यापारी परेशान है। नौजवानों का भविष्य अंधकारमय (bleak future for youth) है। यादव ने कहा कि वस्तुत: भाजपा का लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रारम्भ से ही अनादर का भाव रहा है। लोकतंत्र का अहित करने में भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि जब तक उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा सत्तारूढ हेगी तब तक स्वस्थ लोकतंत्र की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।