राजस्थान में महिला डॉक्टर के सुसाइड पर मचा हंगामा, पति की शिकायत पर जयपुर में केस दर्ज

दौसा – डॉक्टरों को वैसे तो भगवान का दर्जा दिया जाता है, लेकिन अगर यही डॉक्टर पर मरीज की जान न बचा पाए तो फिर उस पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए जाते है। ऐसे ही आरोपों के कारण एक महिला डॉक्टर ने सुसाइड कर अपनी जान दे दी। ये खबर राजस्थान के दौसा से है। जहां एक महिला डाक्टर ने खुदकुशी कर अपनी जान दे दी है। इस मामले में अब तक मिली जानकारी के अनुसार गर्भवती महिला के इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप में महिला डाक्टर अर्चना शर्मा के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया था। ईमानदारी से इलाज करने के बाद भी खुद के खिलाफ मामला दर्ज होने से दुखी होकर उन्होंने खुदकुशी कर ली। महिला डाक्टर की खुदकुशी के बाद राजस्थान के अलावा दिल्ली के डाक्टरों ने भी विरोध जताया है।
घटना बेहद दुखद – स्वास्थ्य मंत्री
इस घटना को लेकर राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने दुख जताया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि – थोड़ी सी लापरवाही के कारण महिला को आत्महत्या करनी पड़ी है। सुप्रीम कोर्ट जब कह चुका है कि -डॉक्टर के खिलाफ 302 में मामला दर्ज नहीं हो सकता फिर पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज क्यों किया? उन्होंने कहा कि डिविजनल कमिश्नर इसकी जांच कर रहे हैं, दोषी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। मुख्यमंत्री जल्द ही इस पर कोई निर्णय लेंगे।
निजी अस्पताल बंद, पति ने कराया केस दर्ज
उधर, मृतक अर्चना शर्मा के पति ने भी दौसा पुलिस थाने में केस दर्ज कराया है। इस मामले में डॉक्टर ने एक नेता, बाल्या जोशी और मरीज के परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में एक सुसाइड नोट भी पुलिस को मिला है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि शायद मेरी मौत मेरी बेगुनाही साबित कर देगी। डॉक्टरों को बेवजह प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए।