MP में बेकाबू कोरोना: प्रदेश में 20 हजार के पार पहुंचा एक्टिव मरीजों का आंकड़ा

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एक दिन में इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में मिले 1617 नए मामले
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सरकार अनुमान: अप्रैल अंत तक सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच जाएगा कोरोना
भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना बेकाबू हो गया है। संक्रमितों के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। 31 जिलों में कोरोना के 20 से ज्यादा केस मिले हैं। सबसे ज्यादा मरीज इंदौर में मिले। यहां 3 अप्रैल को 737 संक्रमित मिले। भोपाल में 536, जबलपुर में 224 और ग्वालियर में 120 संक्रमित सामने आए। प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा भी 20 हजार 369 तक पहुंच गया है। सरकार का अनुमान है कि अप्रैल के लास्ट तक कोरोना सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच जाएगा। इसे देखते हुए सरकार ने फिर से कोविड केयर सेंटर बनाने का फैसला किया है।
इंदौर शहर में शनिवार को फिर कोरोना मरीजों ने नया शिखर छुपा। अब तक के सर्वाधिक 737 नए मरीज मिले। दो लोगों की संक्रमण से मौत भी हो गई। इंदौर में महीनेभर में अब तक सबसे तेज गति से एक्टिव केस 4.75 गुना बढ़ गए हैं। यहां पर 5209 एक्टिव केस हैं। उट शिवराज सिंह चौहान ने यहां दस हजार और बेड की व्यवस्था करने को कहा है।
भोपाल में पिछले 10 दिन में 5000 मरीज बढ़े हैं। इससे पहले सबसे तेज 5000 मरीज 20 दिन में 27 अक्टूबर से 16 नवंबर 2020 के बीच बढ़े थे। पिछले तीन दिन से औसतन 500 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। शनिवार को 526 मरीज मिले। यहां के टीटी नगर स्टेडियम में एक ही दिन में 10 खिलाड़ियों समेत 15 पॉजिटिव आए हैं। इनमें 7 शूटर, 3 खिलाड़ी, 3 कोच और 2 कर्मचारी शामिल हैं। इसके बाद यहांं डे-बोर्डिंग और पे एंड प्ले स्कीम वाले खिलाड़ियों की गतिविधियां बंद कर दी गई हैं। ग्वालियर में कोरोना संक्रमण अप्रैल की शुरूआत से ही घातक होता जा रहा है। जिले में लगातार चौथा दिन है, जब संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 100 के पार रहा है। शनिवार को जिले में 120 नए मरीज मिले। दो लोगों की मौत भी हुई है।
जबलपुर में सात माह पहले जैसी संक्रमण की रफ्तार
जबलपुर में शनिवार को कोरोना संक्रमण में फिर से इजाफा हुआ। इस वर्ष के अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा 224 नए संक्रमित मिले। वहीं 1 व्यक्ति ने जान गंवाई है। यह लगतार 11वां दिन था, जब किसी मरीज की मौत हुई हो। वहीं दूसरी ओर इस वर्ष अब तक के एक दिन में सबसे ज्यादा 193 मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज भी किया गया।
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भोपाल एम्स के बाद अब इंदौर में भी कोविड शव का हो पाएगा पोस्टमार्टम
इंदौर में कोविड से मरने वाले मरीजों के पोस्टमार्टम की मंजूरी मिल गई है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित के मुताबिक एथिकल कमेटी के पास यह प्रस्ताव जाएगा और वहां से मंजूरी के बाद मेडिकल कॉलेज परिजन की सहमति लेकर शव का पोस्टमार्टम कर सकेगा। इससे पता चलेगा कि आखिर वायरस किस अंग पर ज्यादा असर कर रहा है, जिससे मरीज की मौत हो रही है। अभी तक रीसर्च से सामने आया है कि कोविड मरीजों के फेफड़े पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं, किडनी पर भी असर होता है और खून के थक्के बनते हैं। पोस्टमार्टम के बाद और भी कई तथ्य सामने आ सकेंगे। अभी दिल्ली एम्स और भोपाल एम्स को भी इसकी मंजूरी है।