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यूनानी डॉक्टर ने कर दी महिला की गलत डिलीवरी, नवजात की आंख की रोशनी चली गई

महिला डॉक्टर और अस्पताल संचालक पर केस दर्ज

इंदौर। यूनानी पद्धति से इलाज करने वाली एक डॉक्टर ने दूसरे डॉक्टर से फोन पर सलाह के आधार पर ही महिला की डिलीवरी करवा दी। बच्चा निकालने में हुई गलती के बाद बच्चे की एक आँख की रोशनी चली गई। उसे जगह-जगह इंफेक्शन हो गए। शिकायत और जाँच के बाद पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक और महिला डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

पंढरीनाथ पुलिस ने महिला फरियादी की शिकायत पर सेवालय अस्पताल के संचालक डॉ. विशाल डबकरा और महिला डॉक्टर फरहा नाज के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामला दरगाह चौराहा स्थित सेवालय हॉस्पिटल का है। गर्भवती होने के कारण फरियादी महिला इस हॉस्पिटल में नियमित जाँच के लिए आती थी। हॉस्पिटल उसके घर के पास ही है। जब फरियादी महिला का डिलीवरी का समय आया तो डॉक्टर फरहा ने किसी दक्ष डॉक्टर को बुलाने के बजाए खुद ही डिलीवरी करने का फैसला ले लिया। वह 13 नवंबर 2022 को महिला को डिलीवरी के लिए सेवालय अस्पताल ले गई। वकील अब्दुल हसीब काजी के मुताबिक डॉ. फरहा नाज की पर्ची पर स्त्री रोग विशेषज्ञ लिखा रहता है इसलिए फरियादी को उन पर भरोसा हो गया, जबकि सच्चाई यह थी कि उन्हें डिलीवरी कराने की पात्रता ही नहीं है। वह यूनानी चिकित्सक है।

फोन पर सलाह लेकर करवा दी डिलीवरी

जिस समय डिलीवरी होना था डॉ. फरहा ने किसी अन्य डॉक्टर से फोन पर सलाह ली और डिलीवरी कर दी। जाँच में पता चला कि बच्चे को गलत तरीके से निकाला गया था जिससे उसकी एक आंख की रोशनी चली गई। बच्चे को शरीर के अन्य हिस्सों में भी इन्फेक्शन हो गया। परिजनों ने यूनानी डॉक्टर और हॉस्पिटल प्रबंधन की शिकायत स्वास्थ विभाग, पुलिस सहित कई स्थानों पर की। इसके बाद एक जाँच कमेटी बनाई गई थी जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद केस दर्ज किया गया। मामले में अस्पताल संचालक की लापरवाही भी सामने आई है।

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