धर्म

कल लगेगा साल का पहला चंद्रग्रहण,मेष से मीन राशि तक रहेगा चंद्र ग्रहण का प्रभाव

पंचांग के अनुसार साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को लगने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र अनुसार साल का पहला चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लगने जा रहा है और मेष से मीन राशि तक चंद्र ग्रहण का प्रभाव रहेगा । ग्रहण का प्रभाव सबसे ज्यादा वृश्चिक राशि वालों पर होगा। । जिसके कारण वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र वालों को हर काम करते समय सावधानी बरतना जरूरी होगा।

शनि वक्री 2021
चंद्र ग्रहण से पूर्व यानी 23 मई 2021 को शनिदेव वक्री हो चुके हैं। शनि वर्तमान समय में मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। शनि वक्री होने के बाद सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन होने जा रहा है।

सूर्य नक्षत्र परिवर्तन
25 मई, मंगलवार को सूर्य कृतिका नक्षत्र से निकल कर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने जा रहे हैं। चंद्र ग्रहण से एक दिन पूर्व सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन होने जा रहा है। माना जाता है कि सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में आते हैं तो मौसम पर इसका प्रभाव पड़ता है।

चंद्र ग्रहण कब है?
पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण 26 मई, बुधवार को लगने जा रहा है। इस दिन दोपहर 2 बजकर 17 मिनट पर चंद्र ग्रहण आरंभ होगा और शाम 7 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। इस ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा।

यहां से बेहतर दिखेगा चंद्र ग्रहण
चंद्रमा के, छाया से गुजरने के दौरान चंद्र ग्रहण पृथ्वी के रात वाले हिस्से से दिखेगा। इस तरह 26 मई 2021 को ग्रहण देखने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान प्रशांत महासागर के मध्य, ऑस्ट्रेलिया, एशिया के पूर्वी तट और अमेरिका के पश्चिमी तट में होंगे। अमेरिका के पूर्वी हिस्से से भी यह दिखेगा लेकिन आरंभिक चरण का ही चंद्र ग्रहण नजर आएगा।

भारत में कहां दिखेगा ग्रहण
भारत में नॉर्थ ईस्ट, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और ओडिशा के तटीय इलाकों और अंडमान और निकोबार द्वीप से यह थोड़ी देर के लिये ही नजर आएगा। आईएमडी ने कहा, ‘भारत में पूर्वोत्तर के हिस्सों (सिक्किम को छोड़कर), पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओडिशा के कुछ तटीय इलाकों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में चंद्रोदय के ठीक बाद ग्रहण के पार्शियल फेज का समापन कुछ देर के लिये नजर आएगा। ‘

अगला चंद्रग्रहण कब?
भारत में अगला चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) 19 नवंबर को दिखेगा, वो एक आंशिक चंद्रग्रहण होगा। चंद्रोदय के ठीक बाद अरुणाचल प्रदेश और असम के सुदूर पूर्वोत्तर हिस्सों में बेहद कम समय के लिये आंशिक चरण नजर आएगा। चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है और जब तीनों एक सीध में होते हैं।

इन राशियों को देना होगा विशेष  ध्यान
ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण को प्रमुख घटना माना गया है। ऐसा माना जाता है कि इस खगोलीय घटना का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ता है। 26 मई को लगने वाले ग्रहण को उपछाया चंद्र ग्रहण माना जा रहा है। चंद्र ग्रहण से इन राशियों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

कर्क राशि: सेहत का ध्यान रखें। तनाव की स्थिति से बचने का प्रयास करें। मां को प्रसन्न रखें। धन के मामले में किसी प्रकार की जल्दबाजी न करें।

कन्या राशि: संतान की शिक्षा की लेकर चिंता हो सकता है। वाणी में मधुरता बनाए रखें। निर्धन और जरूरत लोगों की मदद करें।

मकर राशि: मानसिक तनाव की स्थिति बन सकती है, जिस कारण निर्णय लेने में दिक्कत आ सकती है। धन का व्यय आय से अधिक न करें।

मीन राशि : चंद्रग्रहण के अशुभ प्रभाव के कारण आपको किसी बात की वजह से बदबदनामी का सामना करना पड़ सकता है। आपका मन उदास हो सकता है और आप खुद को अकेला फील कर सकते हैं। आपको ग्रहण के वक्‍त विष्णुसहस्रनाम का पाठ निरंतर करते रहना चाहिए।

मेष राशि  : मेष राशि को अग्नि तत्‍व की राशि माना जाता है और आपके राशि स्‍वामी मंगल हैं। माना जा रहा है कि इस साल चंद्रग्रहण आपके आपके लिए शुभ नहीं है।.माना जा रहा है कि इस साल चंद्रग्रहण आपके लिए शुभ नहीं है। आपको ग्रहण के वक्‍त हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए और सुंदरकांडका पाठ करना चाहिए।

वृश्चिक राशि: चंद्रग्रहण का अशुभ प्रभाव वृश्चिक राशि के लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य पर हो सकता है। आपको दुर्घटना का सामना करना पड़ सकता है। धनहानि भी हो सकती है। उपाय के तौर पर आपको हनुमान हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

 

 

 

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