तोक्यो ओलंपिक में भारतीय निशानेबाजों से जुड़ी उम्मीदें ख़त्म

तोक्यो। तोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) की तीरंदाजी (Archery) स्पर्धा में की झोली फिर खाली रही और तोक्यो में दीपिका कुमारी (Deepika Kumari) की बाद देश की आखिरी उम्मीद अतनु दास (Atnu Das) पुरूषों के व्यक्तिगत वर्ग (Men’s Individual competition) के प्री क्वार्टर फाइनल में जापान के ताकाहारू फुरूकावा (Takaharu Furukawa of Japan) से 4 . 6 से हार गए ।
दास पांचवें सेट में एक बार भी 10 स्कोर नहीं कर सके और आठ का स्कोर उन पर भारी पड़ा ।
दुनिया की नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी के क्वार्टर फाइनल में हारने के बाद भारत की उम्मीदें दास पर ही टिकी थी । पिछले मैच में लंदन ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता ओ जिन हयेक को हराने के बाद दास लंदन ओलंपिक रजत पदक विजेता और यहां टीम वर्ग का कांस्य जीत चुके जापानी तीरंदाज को नहीं हरा सके ।
दास ने हार के बाद कहा ,‘‘ ओलंपिक में हर मैच अलग होता है । हालात, मानसिक स्थिति और सब कुछ अलग होता है । मैं पिछले मैच से तुलना नहीं करना चाहता । मैने कोशिश की लेकिन मैं नाकाम रहा ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ शायद मैने बहुत अधिक तनाव ले लिया था । खेल में इसका सामना करना पड़ता है । अगली बार और मेहनत करूंगा ।’’
रियो में 2016 ओलंपिक में दास कोरिया के पूर्व विश्व चैम्पियन ली सियुगयुन (Korean great Oh Jin-hyek ) से 4 . 6 से ही हारे थे ।
एक समय 1 . 3 से पिछड़ने के बाद उन्होंने वापसी करके स्कोर 3 . 3 कर दिया । चौथे सेट में मुकाबला बराबरी का रहा लेकिन जापानी तीरंदाज ने पांचवें सेट में 28 . 27 से जीत दर्ज की । दास ने आखिरी दोनों तीर पर आठ स्कोर किया ।
दस से शुरूआत करने के बाद दास ने दबाव बनाया लेकिन जापानी खिलाड़ी ने बराबरी से उनका सामना करके दूसरा सेट जीता । चौथे सेट में दास ने दो बार 10 स्कोर किया और इस सेट के बाद स्कोर बराबर था ।
दास की पत्नी दीपिका क्वार्टर फाइनल में हार गई जबकि दीपिका और प्रवीण जाधव मिश्रित युगल में और दास, प्रवीण, तरूणदीप राय पुरूष टीम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में कोरियाई टीमों से ही हारकर बाहर हुए थे ।
दास ने कहा ,‘‘ हमें ओलंपिक में अच्छा खेलने के लिये उचित रणनीति की जरूरत है । हमने काफी कुछ सीखा है और यह तनाव पर काबू पाने की बात है । अब नजरें विश्व चैम्पियनशिप और विश्व फाइनल पर हैं ।’’