महामारी के दौर में भी पटरी पर टिकी रही ये कंपनियां

व्यापार: नई दिल्ली। मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम (Krishnamurthy Subramaniam) ने कहा है कि कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (second wave) का असर पहली से कम है। लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (LIC) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (BPCL) सहित अन्य कंपनियों का विनिवेश (disinvestment) लक्ष्य पटरी पर है।
उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को पाने के लिए जमीनी कार्य किया जा रहा है। सरकार ने विनिवेश के माध्यम से चालू वित्त वर्ष में 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
फेडरेशन ऑफ तेलंगाना चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FTCCI) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सुब्रमण्यम ने कहा कि पिछले लगातार आठ माह से जीएसटी संग्रह (GST collection) एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जिससे पता चलता है कि उपभोग बढ़ रहा है। इस वर्ष बहुत सी चीजों पर काम चल रहा है।
इससे पहले अपने संबोधन में सुब्रमण्यम ने कहा कि सरकार द्वारा मुफ्त योजनाओं पर पर खर्च किए जाने वाले प्रत्येक रुपये से इकोनॉमी (economy) को सिर्फ 98 पैसे मिलते हैं। लेकिन पूंजीगत खर्च (capital expenditure) के प्रत्येक रुपये से इकोनॉमी (economy) को 4.50 रुपये का योगदान मिलता है।
उन्होंने कहा, ”इस साल को प्राइवेटाइजेशन (privatization) के लिए याद रखा जाएगा। अभी हमारे पास नौ महीने शेष हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हम 1.75 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य हासिल कर लेंगे।”
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष (2021-22) में पब्लिक सेक्टर (public sector) की कंपनियों ओर वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री से 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इनमें दो पब्लिक सेक्टर बैंकों (public sector banks) के साथ एक इंश्योरेंस कंपनी का विनिवेश शामिल है।