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पपीता खाने के ये हैं नुकसान, इन रोगियों के लिए बन सकता है धीमा जहर

पपीता एक सेहतमंद फल है। फिर चाहे आप सलाद में खाएं या फिर जूस के रूप में, पपीता सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसे खाने से कई रोग दूर हो जाते हैं। ये पेट सहित शरीर की कई सारी दिक्कतों को दूर करने में काफी फायदेमंद माना जाता है।  लेकिन बता दें कि पपीता खाने से अगर ढेर सारे फायदे सेहत को मिलते हैं।  तो कई मामलों में इसके कई नुकसान भी हो सकते हैं। कुछ लोगों और कुछ स्थि‍ति‍यों में इसका सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए. पपीते की लेटेक्स और हाई फाइबर सामग्री को देखते हुए , इसका ज्यादा सेवन आपके लिए रिस्क पैदा कर सकता है।आइए जानते हैं किन लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए।

प्रेग्नेंसी के दौरान
प्रेग्नेंट महिला को कच्चा या पका किसी भी तरह का पपीता नहीं खाना चाहिए. पपीते की तासीर बेहद गर्म होती है। जिसकी वजह से इसको खाने से गर्भवती महिलाओं को दिक्कत हो सकती है और गर्भ में मौजूद भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है। इतना ही नहीं पपीता खाने से गर्भपात होने का खतरा भी बना रहता है।

पीलिया होने पर
पीलिया की दिक्कत से जूझ रहे लोगों को पपीता खाने से बचना चाहिए। पपीते में पपैन और बीटा कैरोटीन नाम के तत्व पीलिया की दिक्कत को बढ़ाने का काम करते हैं. ऐसे लोगों के लिए पपीते का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना बेहतर होगा।

गाढ़े खून की दिक्कत में
कई लोग ऐसे होते हैं जिनका खून नॉर्मल से ज्यादा गाढ़ा होता है। ऐसे लोगों को डॉक्टर खून पतला करने के लिए दवाएं देते हैं। जो लोग खून को पतला करने वाली दवाओं का सेवन करते हैं। उनको पपीते के सेवन से बचना चाहिए या फिर उनको डॉक्टर की सलाह पर ही पपीता खाना चाहिए।

लो शुगर पेशेंट को
पपीता ब्लड शुगर लेवल को कम करने का काम भी करता है। जो लोग ब्लड शुगर लेवल कम करने के लिए दवाओं का सेवन कर रहे हैं। उनको पपीते का सेवन डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए। वरना इससे दिक्कत हो सकती है।

हार्ट सम्बन्धी दिक्कत होने पर
जो लोग किसी भी तरह की हार्ट सम्बन्धी दिक्कत से जूझ रहे हैं। ऐसे लोगों को भी पपीते का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। जानकारी के अनुसार पपीते का ज्यादा सेवन करने से हार्ट बीट कम होने का खतरा बना रहता है। इसलिए इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।

बच्चों के लिए असुरक्षित
डॉक्टर अक्सर कहते हैं कि एक साल से कम की आयु वाले बच्चे को पपीता नहीं खिलाना चाहिए। दरअसल, छोटे बच्चे पानी बहुत कम पीते हैं। ऐसे में पर्याप्त पानी के सेवन के बिना उच्च फाइबर वाला ये फल मल को कठोर बना देता है, जिससे बच्चों को कब्ज की शिकायत हो सकती है। इसलिए कच्चा या पका किसी भी रूप में बच्चों को यह फल न दें।

पाचन मुद्दों का कारण-
पपीते में प्रचूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जो कब्‍ज जैसी समस्या में राहत देने के साथ आपके पेट को खराब करने का कारण भी बन सकता है। दरअसल, पपीते के छिलके में मौजूद लेटेक्स पेट को अपसेट करके पेट दर्द का कारण भी बन सकता है।

एलर्जी की संभावना
पपीते में मौजूद पपेन से एलर्जी होने की संभावना बनी रहती है। पपीते के अधिक सेवन से सूजन, चक्कर आना, सिरदर्द, चकत्ते और खुजली जैसी समस्‍याएं रिएक्‍शन के तौर पर दिख सकती हैं।

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